चुनौती बनी सीमा पार से भारतीय युवाओं को नशेड़ी बनाने की साजिश, 318 ड्रग तस्करों की गिरफ्तारी

पाकिस्तान स्थित हैंडलर एक साजिश के तहत जम्मू-कश्मीर में नशीले पदार्थ भेजने के लिए तस्करों का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे करके वह जम्मू-कश्मीर की युवा पीढ़ी को नशे की लत लगा रहे हैं। बारामूला सीमावर्ती जिला है और सीमा पार से दवाओं और हथियारों की तस्करी हमारे लिए बड़ी चुनौती है।

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पुलिस ने पिछले कुछ दिनों में उड़ी से लेकर बारामूला जिले के विभिन्न स्थानों पर नार्काे आतंक पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है। इसमें 318 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि भारी मात्रा में नशीली दवाओं की खेप बरामद की गई है।

बारामूला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आमोद अशोक नागपुरी ने रविवार को बताया कि पाकिस्तान स्थित हैंडलर एक साजिश के तहत जम्मू-कश्मीर में नशीले पदार्थ भेजने के लिए तस्करों का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे करके वह जम्मू-कश्मीर की युवा पीढ़ी को नशे की लत लगा रहे हैं। बारामूला सीमावर्ती जिला है और सीमा पार से दवाओं और हथियारों की तस्करी हमारे लिए बड़ी चुनौती है।

पिछले छह महीनों में बारामूला पुलिस ने नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस अधिनियम (एनडीपीएस एक्ट) के तहत 187 एफआईआर दर्ज की हैं। लगभग 284 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया गया और अन्य 34 कुख्यात तस्करों पर मामला दर्ज किया गया। अब तक कुल मिलाकर 318 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

उन्होंने कहा कि इस अभियान का काम बारामूला जिले में नशीली दवाओं पर नकेल कसना है और हमारा प्रयास बारामूला को नशा मुक्त जिला बनाना है। एसएसपी ने कहा कि पाकिस्तान का उद्देश्य पूरी कश्मीर घाटी में ड्रग्स पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को सफल नहीं होने देंगे।

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