हाल के दिनों में मीडिया में ऐसी कई खबरें आई हैं कि मोदी सरकार भारत में कोरोना की स्थिति से निपटने में विफल रही है। इस संबंध में वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने अपनी बेबाक राय व्यक्त की। कुलश्रेष्ठ ने कहा कि देश-विदेश के कई मीडिया और अखबार भारत को बदनाम करने का षड्यंत्र कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह देश में उन ताकतों द्वारा पीएम मोदी को बदनाम करने की साजिश है, जो उन्हें चुनाव में नहीं हरा सकीं। उन्होंने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह देश के युवाओं की मानसिकता को दूषित करके भारत में हजारों कसाब तैयार किए जा रहे हैं।
यह छद्म युद्ध है
शत्रु अपने दुश्मन को देखकर अपनी रणनीति बदलता है। अब भारत को अस्थिर करने के लिए देश के दुश्मनों को 26/11 जैसे आतंकी हमले कराने की जरुरत नहीं है। कुलश्रेष्ठ ने कहा कि दुष्प्रचार फैलाकर उन्होंने भारत को बदनाम करने की चाल चली है। यह साजिश सभी स्तर पर रची जा रही है और यह एक तरह का छद्म युद्ध है।
मोदी को बदनाम करने की साजिश
पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने कहा कि कोरोना, किसान आंदोलन और बंगाल में हिंसा के बारे में कुछ मीडिया द्वारा कई झूठी कहानियां गढ़ी गईं। यहां तक कि न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने दिल्ली और मुंबई ब्यूरो की नौकरियों के लिए एक विज्ञापन निकाला। विज्ञापन में साफ तौर पर कहा गया कि जो भी मोदी के विरोध में लिखेगा, उसे ही नौकरी दी जाएगी। विज्ञापन में कहा गया कि उन्हीं लोगों को नौकरी मिल सकती है, जो कहानी गढ़ सकते हैं कि मोदी कैसे भारत में मुसलमानों को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, कैसे वे हिंदू राष्ट्रवाद लाने की कोशिश कर रहे हैं। पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने खुलासा किया कि यह इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि कैसे देश के बाहर का मीडिया मोदी को बदनाम करने की साजिश कर रहा है।
कुछ भारतीयों में आज भी मौजूद है गुलामी का वायरस
कुलश्रेष्ठ ने कहा कि भारत का एक बड़ा तबका न्यूयॉर्क टाइम्स जैसे कई विदेशी अखबारों का गुलाम है। क्योंकि हमारे देश में कुछ लोगों में आज भी गुलामी का वायरस जिंदा है। इस मानसिकता के कारण ही हमारे देश में बुद्धिजीवी जो कहते हैं, उसका कोई महत्व नहीं होता लेकिन अगर गोरे लोग कुछ कहते हैं, तो ये तुरंत सर के बल नाचने लगते हैं। कुलश्रेष्ठ ने कहा कि देश में उथल-पुथल का यह एक बड़ा कारण है।
भारत विरोधी मानसिकता
पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने कहा कि सरकार ने संवैधानिक रुप से देश में सामाज के लिए उपयोगी कानून बनाने की कोशिश की है, लेकिन समस्या यह है कि इस सरकार को मुस्लिम विरोधी और संप्रदाय विरोधी माना जाता है। वे दुष्प्रचार करते हैं कि मोदी देश को बर्बाद कर रहे हैं। मोदी ने देश बेच दिया है। ऐसे कई मिथक आजकल फैलाए जा रहे हैं। पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने कहा, ‘अब कसाब को बाहर से भेजने की जरूरत नहीं है, क्योंकि देश में भारत विरोधी मानसिकता वाले हजारों कसाब बनाए जा रहे हैं।’
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यह नया आतंकवाद है
कुलश्रेष्ठ ने कहा कि इंग्लैंड संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य है। इसलिए दुनिया भर के मुसलमानों ने वहां की लेबर पार्टी पर दबाव डाला और संयुक्त राष्ट्र से कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने की शिकायत करने के लिए कहा। इसका कारण यह है कि अगर वो ऐसा करता है, तो सभी मुस्लिम वोट लेबर पार्टी की झोली में जाएंगे। इसलिए उसने इसके लिए आश्वासन भी दिया है।
यह आंतरिक मामला
किसी देश की भौगोलिक सीमाओं के भीतर कौन-सा निर्णय लिया जाना चाहिए, यह प्रत्येक देश का आंतरिक मामला है। फिर भी देश में कुछ लोग मोदी को चुनाव में नहीं हरा सकते, इसलिए ओछी राजनीति कर रहे हैं। कई बड़े पत्रकारों, कलाकारों, बड़े अधिकारियों के बच्चे भारत विरोधी दुष्प्रचार कर देश के युवाओं को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं। यह आतंकवाद का एक नया रूप है।