संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने भारतीय मूल की आरती होला-मैनी को बाहरी अंतरिक्ष मामलों के संयुक्त राष्ट्र कार्यालय की निदेशक के रूप में नियुक्त होने की घोषणा की है। क्या आप जानते हैं भारतीय मूल की आरती के बारे में? चलिए हम बताते हैं, बाहरी अंतरिक्ष मामलों की नई निदेशक की कुछ विशेष खासियतें –
आरती ने विश्व आर्थिक मंच की अंतरिक्ष पर वैश्विक भविष्य परिषद के सदस्य के रूप में काम किया है। वे कोल पॉलिटेक्निक फेडरेल डी लॉजेन (ईपीएफएल) स्पेस सेंटर में ईस्पेस द्वारा प्रबंधित स्पेस सस्टेनेबिलिटी रेटिंग के सलाहकार समूह की सदस्य भी रही हैं। फोरम यूरोप की वरिष्ठ अंतरिक्ष नीति सलाहकार रह चुकी आरती सैटेलाइट इंडस्ट्री एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सलाहकार बोर्ड की सदस्य की जिम्मेदारी भी संभाल चुकी हैं। उन्होंने यूरोपीय संघ अध्ययन 2021-2023 के लिए अंतरिक्ष यातायात प्रबंधन पर विशेषज्ञ सलाहकार के रूप में काम किया है।
पंजाबी भी बोलती हैं
शिक्षा की बात करें तो आरती ने अपना स्नातक जर्मन लॉ में ब्रिटेन स्थित किंग्स कॉलेज लंदन से किया है। पेरिस के एचईसी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर किया है। वह अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा भी रही हैं। उन्हें कई भाषाओं का ज्ञान है। वह अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन और पंजाबी बोलती हैं और उन्हें डच भी थोड़ी बहुत आती है।
होला-मैनी को 25 साल से ज्यादा प्रबंधकीय और वकालत कार्यों सहित अंतरिक्ष क्षेत्र में काम करने का अनुभव है।
आरती ने हाल ही में नॉर्थस्टार अर्थ एंड स्पेस के स्थिरता, नीति और प्रभाव विभाग में कार्यकारी उपाध्यक्ष की भूमिका निभाई है। इससे पहले, मैनी ने ग्लोबल सैटेलाइट ऑपरेटर्स एसोसिएशन के महासचिव के रूप में 18 साल से अधिक समय बिताया।
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