मुंबई पुलिस के पूर्व एन्काउंटर स्पेशालिस्ट प्रदीप शर्मा से लगातार दूसरे दिन नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने पूछताछ की। गुरुवार को लगभग नौ घंटे बाद शर्मा एनआईए की कार्यालय से बाहर निकले। यह पूछताछ सचिन वाझे से संबंध और मुकेश अंबानी के घर के पास मिली एसयूवी के मामले में की जा रही है।
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ये हैं आशंकाओं के मुद्दे
- खबरों के अनुसार 2 मार्च को पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वाझे और विनायक शिंदे साथ थे। दोनों की वरली सी लिंक की सीसीटीवी फुटेज सामने आई थी और उसी दिन उन्होंने जेबी नगर, अंधेरी में किसी से भेंट की थी।
- जिलेटिन की व्यवस्था करने में सहायता करने की आशंका व्यक्त की जा रही है। एनआईए ने विशेष न्यायालय में ऐसा दावा किया था कि सचिन वाझे ने जिलेटिन की छड़ें खरीदी थीं।
- एनआईए को शंका है कि विस्फोट लदी एलयूवी में मिला धमकी वाला पत्र लिखने में सचिन वाझे की किसी ने सहायता की है।
- मनसुख हिरेन को जिस तावडे नामक व्यक्ति का अंतिम फोन गया था उसकी लोकेशन अंधेरी की पाई गई थी।
प्रदीप शर्मा कौन?
प्रदीप शर्मा सेवा निवृत्त पुलिस अधिकारी हैं। वे 1983 में महाराष्ट्र पुलिस की सेवा से जुड़े थे। उनका नाम देश में एन्काउंटर स्पेशालिस्ट के रूप में लिया जाता है। अपने पुलिस करियर में उन्होंने 113 एन्काउंटर किये थे। वर्ष 2010 में हुए लखन भैया एन्काउंटर प्रकरण में उन्हें गिरफ्तार किया गया था लेकिन बाद में उन्हें इस प्रकरण में सम्मान पूर्व मुक्ति मिल गई। इसके बाद पुलिस सेवा में उनकी वापसी हुई और 2017 में उन्होंने दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को गिरफ्तार किया था। प्रदीप शर्मा ने राजनीति में भी हाथ आजमाया था। 2019 के विधान सभा चुनाव में वे शिवसेना के उम्मीदवार थे।