अखिल भारतीय पूर्व सैनिक परिषद ने कहा है कि अगर सरकार अनुमति देती है तो पूर्व सैनिक निहत्थे नागरिकों एवं सीमांत गांवों में रक्षा करने के लिए तैयार है। अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने 9 जनवरी को सीमावर्ती गांव सनूरा का दौरा किया। राजौरी जिले के डांगरी गांव में आतंकी हमले के हुतात्माओं को श्रद्धांजलि देने के बाद इस संबंध में परिषद के प्रांत अध्यक्ष ब्रिगेडियर बलबीर सिंह एसएम (सेवानिवृत्त) का लिखित संदेश कर्नल सुखवीर मनकोटिया ने पढ़कर सुनाया। हुतात्माओं की आत्मिक शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया। परिषद ने पूर्व सैनिकों के निजी बंदूक लाइसेंसों को प्राथमिकता के आधार पर नवीनीकृत करने की मांग भी सरकार से की है, ताकि डांगरी जैसे बर्बर कृत्यों को रोकने में पूर्व सैनिक सहायता कर सकें।
हुतात्माओं को श्रद्धांजलि
डांगरी हमले के हुतात्माओं को श्रद्धांजलि देने के लिए खासी संख्या में पूर्व सैनिक मौजूद थे। निर्दोष नागरिकों की नृशंस हत्या को लेकर पूर्व सैनिकों में काफी रोष था। कर्नल सुखवीर मनकोटिया ने कहा कि ब्रिगेडियर बलवीर सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर सरकार अनुमति देती है तो पूर्व सैनिक निहत्थे नागरिकों की रक्षा करने में सक्षम हैं और किसी भी समय इसके लिए तैयार है।
हमें फिर से आना होगा आगे
कर्नल वी एस मंगोत्रा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अब समय आ गया है, जब हमें फिर से आगे आना होगा और निर्दोष नागरिकों को बचाना होगा। इस अवसर पर कैप्टन वरिंदर सलाथिया और कैप्टन रिसाल सिंह ने भी अपने विचार रखे। इसके बाद तहसील राजपुरा के लिए परिषद की इकाई का चुनाव भी करवाया गया। चुनाव परिषद की प्रांत इकाई के महासचिव कर्नल सुखवीर मनकोटिया की देखरेख में संपन्न हुआ। कैप्टन राजिंदर सिंह, अध्यक्ष, कैप्टन कमल सिंह, उपाध्यक्ष और हवलदार नीलम सचिव को सर्वसम्मति से चुना गया। नवनिर्वाचित प्रधान कैप्टन राजिंदर सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा गांव किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार से हमारा विनम्र अनुरोध है कि पूर्व सैनिकों के निजी बंदूक लाइसेंसों को प्राथमिकता के आधार पर नवीनीकृत करे ताकि हम इस तरह के बर्बर कृत्यों को रोकने में सहायता कर सकें। बैठक का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।