पाकिस्तान और चीन से लगी सीमा पर चौबीस घंटे दृष्टि रखने के लिए एक नया फॉर्मूला अपनाया जाएगा। जिसमें ह्यूमन इंटेलिजेंस के सबल करके काम किया जाएगा। यह दल शत्रु देशों की गतिविधियों की जानकारी सुरक्षा एजेंसियों का देगा।
‘टू इन वन’ टीम का कार्य बहुद्देशीय होगा। जैसे टीम का एक हिस्सा शत्रु की गतिविधियों पर नजर बनाकर रखेगा, दूसरा सीमावर्ती क्षेत्र में होनेवाले विकास कार्यों में सहभागी होगा। इस योजना के अंतर्गत सीमाई क्षेत्र के सोलह हजार गांवों का समावेश है। लखनऊ में हुए पुलिस महानिदेशक सम्मेलन में इस विषय को लेकर चर्चा हुई है। इसके लिए एक कोर ग्रुप का गठन भी किया गया है।
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कहां काम करेगी टू इन वन टीम
- ऐसे सीमावर्ती क्षेत्रों में काम करेगी टीम जहां नियमित गश्त संभन नहीं
- ऐसे सीमावर्ती क्षेत्रों में जहां सर्विलांस उपकरणों से रखी जाती है निगरानी
- टू इन वन टीम को खड़ा करके शत्रु पर नजर और क्षेत्र विकास का होगा काम
- अंतरराष्ट्रीय सीमा/नियंत्रण रेखा और वास्तविक नियंत्रण रेखा से 10 किलोमीटर की सीमा में रहेगी सक्रिय
- ऐसे गांवों की संख्या 16 हजार के करीब
इन राज्यों का है समावेश
देश के 16 राज्यों में 119 जिलों का चयन किया गया है। यह सभी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बसे राज्य हैं। इसमें अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल शामिल है। मई योजना के अनुसार इस बार दो हजार से अधिक नए गांवों को शामिल किया गया है।