अफगानिस्तान में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए भारत ने अपने नागरिकों को वहां से जल्द से जल्द निकलने की सलाह पहले ही दे दी है। अब विदेश मंत्रालय ने नागरिकों को वहां से कमर्शल साधनों से खुद निकलने का आग्रह किया है।
विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि सरकार की ओर से उनके भारत लाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार भारत वहां के घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है और वह वहां की बिगड़ती स्थिति को लेकर चिंतित है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि काबुल में हमारे मिशन ने भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है और उन्हें कमर्शन फ्लाइट्स से भारत लौटने की सलाह दी है।
मजार-ए-शरीफ के कॉन्सुलेट से सभी भारतीय अधिकारी वापस आए
बता दें कि मजार-ए-शरीफ के कॉन्सुलेट से सभी भारतीय अधिकारियों को बुला लिया गया है। मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस बारे में बताया कि अफगानिस्तान में स्थिति तेजी से बिगड़ रही है और यह चिंताजनक है। हम उम्मीद करते हैं कि वहां जल्द ही युद्धविराम होगा। हम अफगानिस्तान में शांति का समर्थन करते हैं।
ये भी पढ़ेंः मुंबई में कोरोना की तीसरी लहर लाने की तैयारी?
स्थिति पर नजर
प्रवक्ता ने बताया कि पिछले साल काबुल स्थित दूतावास ने हिंदू और सिख समुदाय के 383 हिंदू और सिख सदस्यों को अफगानिस्तान से भारत में आने में मदद की थी। उन्होंने कहा कि काबुल में हम अफगानी हिंदू और सिखों के साथ संपर्क में हैं और हम जरुरी सहायता सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं।