केंद्र सरकार की मदद से युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे असम के छह विद्यार्थी 27 फरवरी सुबह अलग-अलग फ्लाइट से नई दिल्ली और मुंबई पहुंच गए। मुंबई और दिल्ली में असम भवन के अधिकारियों ने सभी की अगवानी की। इन सभी को घर भेजने के आवश्यक प्रबंध किए गए हैं।
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मुंबई में स्वागत
असम सरकार विदेश मंत्रालय से लगातार संपर्क में है। स्वदेश पहुंचने वाले विद्यार्थियों में तन्मयी पाराशर, सिया दास, डेजी बसुमतारी, कृतिका बसंत (गुवाहाटी), अनुराग भुइंया (गोहपुर, बिश्वनाथ) और हिमाश्री काकाती (सुआलकुची) हैं। मुंबई पहुंची तन्मयी और सिया को मुंबई के असम भवन में ठहराया गया है।
दिल्ली में स्वागत
नई दिल्ली पहुंचने पर असम भवन दिल्ली के अधिकारियों ने अनुराग और कृतिका का स्वागत किया। वे दिल्ली में अपने रिश्तेदारों के साथ रहेंगे। उन्हें दिल्ली से गुवाहाटी फ्लाइट से सरकार के खर्च पर भेजा जाएगा। हिमाश्री और डेजी 27 फरवरी की सुबह नई दिल्ली पहुंचीं। दोनों को असम हाउस दिल्ली में ठहराया गया है। इन्हें भी सरकार फ्लाइट से रवाना करेगी।