भारत-चीन के बीच जारी तनाव के बीच एक अच्छी खबर है। दोनों देशों के बीच कई महीनों से जारी गतिरोध को खत्म करने की दिशा में बड़ी सफलता प्राप्त हुई है। दोनों देश पूर्वी लद्दाख स्थित गोगरा हाइट्स के आसपास से अपनी सेना वापस बुलाने पर सहमत हो गए हैं।
भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की बैठक का 12वां दौर भारत की ओर चुशुल-मोल्डो सीमा मिलन स्थल पर आयोजित किया गया था। 9 घंटे तक चली इस बैठक में दोनों देशों ने यह निर्णय लिया। इस क्षेत्र में दोनों देशों की सेना मई 2020 से ही डटी हुई है।
बड़ी सफलता
बता दें कि 1 अगस्त को वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी पर चुशुल-मोल्डो में पिछले शनिवार को लगभग नौ घंटे तक चली बातचीत में भारत ने साफ तौर पर कह दिया था कि दोनों देशों के लिए शांति बनाए रखने के लिए चीन देसांग, गोगरा और हॉटस्प्रिंग से अपनी सेना को तुंरत वापस बुलाए। साथ ही सैन्य हथियारों को भी हटाए। दोनों देशों ने इस बारे में 2 अगस्त को एक संयुक्त बयान जारी किया था।
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जल्द हटाई जाएगी सेना
इससे पहले पैंगोंग लेक क्षेत्र से फरवरी में दोनों देशों की सेना को हटा लिया गया था। उसके बाद गोगरा हाइट्स क्षेत्र से सेना हटाने का मामला लंबित है। इसे लेकर दोनों देश की सेना में सहमति नहीं बन पा रही थी। लेकिन अब दोनों देशों के बीच इस क्षेत्र से सेना हटाने को लेकर सहमति बन गई है। मिली जानकारी के अनुसार दोनों देशों की सेना जल्द ही वहां से वापस बुलाई जाएगी।
दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की हुई थी मुलाकात
बता दें कि दोनों देशों के बीच 14 जुलाई को दुशांबे में भारत और चीन के विदेश मंत्रियों की मुलाकात हुई थी। इस दौरान भारत ने दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने के लिए विवादित स्थलों से दोनों देशों की सेना को हटाने पर जोर दिया था।