भारत ने बैंकॉक में IONS कार्य समूहों के सह-अध्यक्ष का पदभार संभाला

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रॉयल थाई नेवी की मेजबानी में बैंकॉक (Thailand) में हुई हिंद महासागर नौसेना संगोष्ठी (IONS) के आखिरी दिन शुक्रवार को थाईलैंड ने आईओएनएस के अध्यक्ष का कार्यभार संभाला। भारत (India) ने समुद्री सुरक्षा और एचएडीआर (Maritime Security and HADR) पर आईओएनएस कार्य समूहों (working groups) के सह-अध्यक्ष (co-chairman) के रूप में भी पदभार संभाला। आईओएनएस के नए ध्वज को भी चुना गया, जिसे भारत ने डिजाइन किया है। इसी के साथ आईओएनएस के अगले दो वर्षों के लिए कार्य योजना को अंतिम रूप दिया गया।

27 सदस्यों, पर्यवेक्षक देशों के नौसेना प्रमुखों, वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने लिया भाग
रॉयल थाई नेवी ने बैंकॉक (थाईलैंड) में 19 दिसंबर से हिंद महासागर नौसेना संगोष्ठी (आईओएनएस) कॉन्क्लेव ऑफ चीफ्स (सीओसी) का 8वां संस्करण आयोजित किया था। इसमें 27 सदस्यों, पर्यवेक्षक देशों के नौसेना प्रमुखों, वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कॉन्क्लेव में थाईलैंड को आईओएनएस का अध्यक्ष चुना गया। एडमिरल आर हरि कुमार ने आईओएनएस की अध्यक्षता संभालने के लिए रॉयल थाई नेवी के कमांडर-इन-चीफ को बधाई दी। भारत ने समुद्री सुरक्षा और एचएडीआर पर आईओएनएस कार्य समूहों के सह-अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाल लिया। कॉन्क्लेव में कोरिया गणराज्य की नौसेना का नवीनतम ‘पर्यवेक्षक’ के रूप में स्वागत किया गया, जिससे आईओएनएस की सामूहिक शक्ति बढ़कर 34 हो गई। इसमें 25 सदस्य और 09 पर्यवेक्षक हैं।

भारतीय नौसेना प्रमुख और रॉयल थाई नेवी के कमांडर-इन-चीफ की मुलाकात
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने तीन सदस्यीय भारतीय नौसेना प्रतिनिधिमंडल के साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया। कॉन्क्लेव के दौरान भारतीय नौसेना प्रमुख ने मेजबान रॉयल थाई नेवी के कमांडर-इन-चीफ एडम एडूंग पैन-इम के साथ सार्थक बातचीत की। दोनों नेताओं ने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक जुड़ाव के आधार पर भारत और थाई नेवी के बीच द्विपक्षीय रक्षा गतिविधियों को आगे बढ़ाने के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त की। इसके अलावा उन्होंने ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, फ्रांस, ईरान, इटली, मलेशिया, मालदीव, रूस, सऊदी अरब और स्पेन के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुखों के साथ बातचीत में द्विपक्षीय समुद्री मुद्दों पर चर्चा की।

नौसेना प्रमुख ने कदमत जहाज का किया दौरा
कॉन्क्लेव से इतर नौसेना प्रमुख ने बैंकॉक में भारतीय नौसेना के जहाज कदमत का भी दौरा किया और जहाज के चालक दल के साथ बातचीत में लंबी दूरी की सफल तैनाती के लिए उनकी सराहना की। परिचालन बदलाव के दौरान निर्धारित हार्बर गतिविधियों में रॉयल थाई नेवी (आरटीएन) अकादमी के कर्मियों के साथ क्रॉस-शिप यात्रा होगी। बैंकॉक से प्रस्थान करने से पहले भारतीय जहाज रॉयल थाई नेवी के कार्वेट एचटीएमएस रतनकोसिन के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में हिस्सा लेगा। आईएनएस कदमत भारतीय नौसेना के चार स्वदेशी एएसडब्ल्यू कार्वेट में से दूसरा है।

समुद्री सहयोग को बढ़ाने का उद्देश्य
आईओएनएस की कल्पना भारतीय नौसेना ने 2008 में एक ऐसे मंच के रूप में की थी, जो क्षेत्रीय रूप से प्रासंगिक समुद्री मुद्दों पर चर्चा के लिए एक खुला और समावेशी मंच प्रदान करके हिंद महासागर क्षेत्र के तटीय राज्यों की नौसेनाओं के बीच समुद्री सहयोग को बढ़ाना चाहता है, जिससे आम समझ पैदा होगी। आईओएनएस का उद्घाटन संस्करण फरवरी, 2008 में नई दिल्ली में आयोजित किया गया था। भारतीय नौसेना 2008-2010 तक आईओएनएस की अध्यक्ष थी। आईओएनएस का 9वां संस्करण 2025 के अंत में भारत में होगा, जिसमें भारत को 2025-27 के लिए आईओएनएस का अध्यक्ष चुना जाना है।(हि.स.)

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