भारतीय वायु सेना के लिए तैयार किया गया पहला सी-295 सैन्य परिवहन विमान अगले महीने 13 सितंबर को मिलेगा। फ्रांसीसी कंपनी एयरबस डिफेंस एंड स्पेस ने पिछले साल सितंबर में हुए 56 विमानों के सौदे में से यह पहला विमान स्पेन में ही तैयार किया है। भारत को पहला विमान मिलने के साथ ही अन्य 15 विमानों के ‘फ्लाइंग मोड’ में आपूर्ति होने का रास्ता साफ़ हो जाएगा। कंपनी 16 विमान स्पेन में तैयार करके भारत को देगी। इसके अलावा 40 विमानों का निर्माण दस वर्षों के भीतर टाटा कंसोर्टियम भारत में ही करेगा।
पिछले वर्ष हुआ था समझौता
फ़्रांसीसी कंपनी के साथ पिछले साल सितंबर में 56 सी-295 सैन्य परिवहन विमानों का सौदा फाइनल हुआ था। समझौते के मुताबिक़ कंपनी को 16 विमान स्पेन में तैयार करके भारत को ‘फ्लाइंग मोड’ में आपूर्ति करना है, जबकि अन्य 40 विमानों का निर्माण दस वर्षों के भीतर टाटा कंसोर्टियम भारत में ही करेगा। एयरबस डिफेंस एंड स्पेस ने पहला सैन्य परिवहन विमान मई में तैयार करके उड़ान परीक्षण स्पेन के सेविले में किया था। सामरिक विमान ने 5 मई को स्थानीय समयानुसार सुबह 11:45 बजे स्पेन के सेविले से उड़ान भरी थी और तीन घंटे की उड़ान के बाद दोपहर 14:45 बजे जमीन पर उतरा।
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56 सी-295 विमानों के लिए अनुबंध
रक्षा मंत्रालय और स्पेन की कंपनी एयरबस डिफेंस एंड स्पेस के बीच 56 सी-295 विमानों के लिए पिछले साल 24 सितम्बर को अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे। सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति ने 08 सितम्बर को भारतीय वायु सेना के लिए 56 ट्रांसपोर्ट विमानों की खरीद को मंजूरी दी थी। इसमें 40 विमान 10 वर्षों के भीतर टाटा कंसोर्टियम भारत में ही बनाएगा। बाकी 16 विमान सीधे कंपनी से चार साल के भीतर ‘फ्लाइंग मोड’ में भारत को आपूर्ति किए जाएंगे। यह अपनी तरह की पहली परियोजना है, जिसमें निजी कंपनी टाटा भारत में सैन्य परिवहन विमान का निर्माण करेगी। सभी 56 विमानों को स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट के साथ स्थापित किया जाएगा।