भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के निवास और महत्वपूर्ण ठिकाने का वीडियो बनानेवाला हिदायत उल्लाह मलिक, लश्कर-ए-मुस्तफा का मुखिया है। यह आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का फ्रंट ग्रुप है। सुरक्षा एजेंसियों से पूछताछ में आतंकी ने पाकिस्तानी नेटवर्क की जानकारी दी है जिसमें 10 संपर्क शामिल हैं।
हिदायत उल्लाह मलिक ने पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में जैश के 10 संचालनकर्ताओं के नाम, संपर्क क्रमांक दिये हैं। जिसे पुलिस ने केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को सौंप दी है।
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एक खुलासे से बढ़ी डोवाल की सुरक्षा!
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। ऐसा उन पर बढ़ते खतरे को देखते हुए किया गया है। अजीत डोवाल देश में अति सुरक्षित लोगों मे से हैं। उनको लेकर अब खतरे की नई जानकारी मिली है। जैश-ए- मोहम्मद के गिरफ्तार आतंकी से मिली जानकारी चौंकानेवाली है। उसने बताया कि वो राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के घर और कार्यालय की रेकी कर चुका है। उसने सरदार पटेल भवन और दिल्ली के महत्वपूर्ण ठिकानों की जानकारी प्राप्त की थी। इसकी जानकारी उसने पाकिस्तान में बैठे अपने हैंडलर्स को दी थी।
कौन है ‘डॉक्टर’?
दिल्ली ओर श्रीनगर में अधिकारियों को मिली जानकारी के अनुसार एक विस्तृत वीडियो मिला है जिसमें डोवाल के घर की रेकी की गई है। ये रेकी जैश के आतंकी हिदायत उल्लाह मलिक ने की थी। हिदायत उल्लाह मलिक जम्मू-कश्मीर के शोपियां का रहनेवाला है। उसे 6 फरवरी को गिरफ्तार किया गया है। मलिक से सुरक्षा एजेंसियां अब उस ‘डॉक्टर’ के बारे में जानकारी प्राप्त करने में जुटी हैं जिसके कहने पर मलिक ने दिल्ली के अति-सुरक्षित स्थानों की रेकी की थी।
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ऐसे पहुंचा था दिल्ली
सूत्रों के अनुसार मलिक ने सुरक्षा एजेंसियों को बताया है कि वो 24 मई, 2019 को फ्लाईट से श्रीनगर से दिल्ली आया था। उसे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल के ठिकानों की रेकी करके वीडियो बनाने को कहा गया था। इसके अलावा सीआईएसएफ की जानकारी भी प्राप्त करके देना था। इस जानकारी और वीडियो को उसने व्हाट्स ऐप के जरिये पाकिस्तान के अपने हैंडलर को भेज दिया था। इस हैंडलर का नाम डॉक्टर है।
मलिक अपना कार्य पूरा करके बस से कश्मीर लौटा था। इसके अलावा उसने जांचकर्ताओं को बताया कि सांबा सेक्टर पर सीमा की भी उसने टोह ली थी। इस कार्य में उसके साथ समीर अहमद डार भी था जो 21 जनवरी, 2020 को गिरफ्तार किया गया था। समीर का संबंध 2019 में हुए पुलवामा हमले से है।
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