जम्मू-कश्मीरः आतंकियों के तीन मददगार चढ़े पुलिस के हत्थे, ये हैं आरोप

जम्मू-काश्मीर पुलिस ने आतंकियों के तीन मददगारों को धर दबोचा है। पूछताछ में इन्होंने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं।

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शोपियां में 19 मार्च को सीआरपीएफ पर हुए ग्रेनेड हमले का मामला सुलझाते हुए पुलिस ने आतंकियों के तीन सहयोगियों (ओजीडब्ल्यू) को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से हथियार और गोला-बारूद सहित आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है।

पूछताछ जारी
शोपियां ग्रेनेड हमले के मामले की जांच के दौरान शोपियां पुलिस ने विश्वसनीय स्रोतों के आधार पर फाजिल-बिन-रशीद निवासी मेलहुरा को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन में बुलाया। उसने खुलासा किया कि वह सक्रिय आतंकवादी बासित अहमद के साथ काम कर रहा था, जो फ्रिसल कुलगाम के प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर (टीआरएफ) से जुड़ा था। उसके निर्देश पर उसने 19 मार्च को बाबापोरा कैंप (डी-कॉय सीआरपीएफ 178 बीएन) में एक ग्रेनेड फेंका था जिसमें सीआरपीएफ का एक जवान अमित कुमार घायल हुआ था। फाजिल ने यह भी खुलासा किया कि उसे आतंकवादी रैंक में शामिल होने के लिए ग्रेनेड फेंकने का मिशन दिया गया था।

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सनसनीखेज खुलासा
आगे की पूछताछ में फाजिल ने कैसर जहूर खान निवासी नौपोरा सफाकदल श्रीनगर के इस ग्रेनेड हमले में शामिल होने का खुलासा किया। पुलिस ने फाजिल की निशानदेही पर दूसरे सहयोगी कैसर जहूर खान को भी गिरफ्तार कर लिया। इसी बीच कैसर जहूर के खुलासे पर पुलिस ने 03 चीनी पिस्तौल, 06 मैगजीन, 04 ग्रेनेड और 30 राउंड सहित आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकी वारदात में शामिल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आगे की जांच जारी है।

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