प्रधानमंत्री ने क्वाड शिखर वार्ता में यूक्रेन में जारी युद्ध को रोकने की बताई जरुरत, विवाद निपटाने के लिए दिया यह सुझाव

क्वाड नेताओं ने वार्ता में यूक्रेन के साथ ही हिन्द महासागर क्षेत्र और प्रशांत दीपों तथा दक्षिण पूर्व एशिया देशों के संगठन आशियान क्षेत्र के घटनाक्रम पर भी विचार-विमर्श किया।

125

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूक्रेन संकट के बारे में 3 मार्च की रात अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ क्वाड शिखर वार्ता में विचार-विमर्श किया। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये हुये इस विचार-विमर्श में इन नेताओं ने यूक्रेन के घटनाक्रम के साथ ही हिन्द प्रशांत क्षेत्र (इंडो-पेसिफिक) की स्थिति पर भी चर्चा की।

प्रधानमंत्री कार्यालय और विदेश मंत्रालय के अनुसार, प्रधानमंत्री ने शिखर वार्ता में बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर लौटने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर का पालन करने के साथ ही विभिन्न देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए। क्वाड नेताओं ने यूक्रेन संकट से उत्पन्न मानवीय समस्या पर भी चर्चा की।

क्वाड के गठन के उद्देश्य को दोहराया
मोदी ने कहा कि क्वाड संगठन को हिन्द प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के अपने मूल उद्देश्य पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए। इसके लिए क्वाड के अंतर्गत सहयोग का व्यवहारिक और ठोस स्वरूप बनाया जाना चाहिए ताकि मानवीय और आपदा के समय राहत, कर्ज मुक्ति, आपूर्ति श्रृंखला, ऊर्जा, सुरक्षा, संपर्क, सुविधा, विस्तार और क्षमता निर्माण हो सके।

आशियान क्षेत्र के घटनाक्रम पर भी विचार-विमर्श
क्वाड नेताओं ने यूक्रेन के साथ ही हिन्द महासागर क्षेत्र और प्रशांत दीपों तथा दक्षिण पूर्व एशिया देशों के संगठन आशियान क्षेत्र के घटनाक्रम पर भी विचार-विमर्श किया। क्वाड नेता जापान में आयोजित होने वाली आगामी शिखर वार्ता के महत्वाकांक्षी एजेंडे के संबंध में मिलकर काम करने पर भी सहमत थे।

जापानी प्रधानमंत्री ने कहाः
दूसरी ओर जापान के प्रधानमंत्री किशिदा ने कहा कि यूक्रेन की पुनरावृति हिन्द प्रशांत क्षेत्र में बर्दाश्त नहीं की जा सकती। बातचीत के बाद किशिदा ने ट्वीट के जरिये कहा कि रूस ने शक्ति प्रयोग के जरिये एकतरफा तरीके से बदलाव करने की कोशिश की है। ऐसी कोशिश को हिन्द प्रशांत क्षेत्र में स्वीकार नहीं किया जा सकता।

हिन्द प्रशांत क्षेत्र को लेकर कही ये बात
जापान के प्रधानमंत्री ने कहा कि क्वाड देशों के लिये यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हिन्द प्रशांत क्षेत्र स्वतंत्र और मुक्त रहे। उन्होंने कहा कि शिखर वार्ता में क्वाड नेता इस बात पर सहमत थे कि टोकियो में आयोजित होने वाली आगामी शिखर वार्ता में क्वाड नेता निकट सहयोग करेंगे। आगामी महीनों में प्रस्तावित टोकियो शिखर वार्ता में चारों क्वाड देशों के नेता उपस्थित रहेंगे।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.