राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मुख्यालय की रेकी के मामले में नागपुर एटीएस ने गिरफ्तार जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी रईस अहमद असदुल्ला शेख को जम्मू-कश्मीर पुलिस से प्रोडेक्शन वारंट पर लिया है। इसके बाद अब संघ मुख्यालय के विरुद्ध आतंकी षड्यंत्रों की अधिक जानकारी प्राप्त हो सकती हैं। इसके लिए आतंकी की खातिरदारी (कड़ी पुलिस जांच) की भी व्यवस्था की गई है।
आतंकी रईस अहमद असदुल्ला शेख ने 14 जुलाई 2021 में नागपुर के रेशमबाग इलाके में स्थित डॉ. हेडगेवार स्मृति भवन परिसर और कुछ अन्य महत्वपूर्ण स्थानों की रेकी की थी। रईस ने यह रेकी जैश-ए-मुहम्मद के पाकिस्तानी हैंडलर के निर्देश पर की थी। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रईस अहमद असदुल्ला शेख को अन्य एक मामले में हैंड ग्रेनेड के साथ गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान रईस ने संघ मुख्यालय के रेकी की बात कबूली थी। पुलिस के अनुसार हवाई जहाज से नागपुर पहुंचे रईस ने नागपुर में कई जगहों की फोटोग्राफी और वीडियो बनाकर पाकिस्तान में बैठे अपने आकांओं को भेजे थे। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस ने नागपुर पुलिस को इसकी जानकारी दी। इसके बाद नागपुर एटीएस ने इस मामले में पूछताछ के लिए आरोपित रईस को जम्मू-कश्मीर पुलिस से प्रोडेक्शन वारंट पर लिया है।
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पूरी नहीं हो पाई थी रेकी
जम्मू-कश्मीर के अवंतीपुरा के निवासी रईस को अप्रैल 2021 में जैश-ए-मुहम्मद के कमांडर उमर ने संघ मुख्यालय की रेकी के आदेश दिए थे। इस के बाद 13 जुलाई 2021 को रईस हवाई जाहज से मुंबई होते हुए नागपुर पहुंचा था। रईस के अनुसार वह 14 जुलाई के नागपुर के महल इलाके में स्थित संघ मुख्यालय की रेकी में सफल नही हो पाया था। नतीजतन रेशमबाग इलाके में स्थित डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर परिसर की उसने रेकी की। इस दौरान रईस के भेजे गए फोटो और वीडिओ साफ न होने पर उसे दोबारा रेकी करने के निर्देश दिए गए थे। पुलिस के अनुसार रईस ने पूछताछ में बताया कि पुलिस की मौजूदगी और मोबाइल का डेटा खत्म होने की वजह से वह अपनी रेकी पूरी नही कर पाया था।