Indian Navy: भारतीय नौसेना अप्रैल में अपने जहाज ‘सुनयना'(Sunayana’) की तैनाती नौ मित्र देशों(Nine friendly countries) के साथ दक्षिण-पश्चिम आईओआर(South-West IOR) में करेगी। एक महीने से अधिक समय तक यह जहाज कोमोरोस, केन्या, मेडागास्कर, मालदीव, मॉरीशस, मोजाम्बिक, सेशेल्स, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका(Comoros, Kenya, Madagascar, Maldives, Mauritius, Mozambique, Seychelles, Sri Lanka, South Africa) के संयुक्त चालक दल के साथ तैनात रहेगा। इस दौरान यह जहाज दार-एस-सलाम, नकाला, पोर्ट लुइस, पोर्ट विक्टोरिया और माले में बंदरगाहों(Ports in Nacala, Port Louis, Port Victoria, Male) पर जाएगा और तंजानिया, मोजाम्बिक, मॉरीशस और सेशेल्स के विशेष आर्थिक क्षेत्रों (EEZ) की संयुक्त निगरानी(Joint surveillance) करेगा।
समुद्री एजेंसियों के साथ अपनी साझेदारी को किया मजबूत
नौसेना पिछले दस वर्षों में समुद्री सुरक्षा को बढ़ाने के लिए हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) की समुद्री एजेंसियों के साथ अपनी साझेदारी को मजबूत किया है। इसके अलावा संयुक्त नौसैनिक अभ्यास, समन्वित गश्त, सूचना साझाकरण, एचएडीआर प्रयास, क्षमता निर्माण और अन्य राजनयिक जुड़ाव जैसी कई पहलों पर आईओआर देशों की नौसेनाओं के साथ सहयोग किया जा रहा है। हाल ही में मॉरीशस की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समुद्री क्षेत्रों में सुरक्षा के लिए पारस्परिक और समग्र उन्नति की घोषणा की है, जिसके बाद भारतीय नौसेना पहली बार आईओएस सागर और एआईकेवाईएमई की पहल शुरू कर रही है। इसका उद्देश्य भारतीय नौसेना के कद को हिंद महासागर क्षेत्र में ‘पसंदीदा सुरक्षा साझेदार’ और ‘प्रथम प्रक्रिया कर्ता’ के रूप में मजबूत करना है।
ये हैं नौ देश
नौसेना के अनुसार आईएनएस सुनयना को नौ मित्र देशों कोमोरोस, केन्या, मेडागास्कर, मालदीव, मॉरीशस, मोजाम्बिक, सेशेल्स, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका के संयुक्त चालक दल के साथ दक्षिण-पश्चिम आईओआर में तैनात किया जा रहा है। जहाज को अगले माह अप्रैल में एक महीने से अधिक समय के लिए तैनात करने की योजना है। इस दौरान यह जहाज दार-एस-सलाम, नकाला, पोर्ट लुइस, पोर्ट विक्टोरिया और माले में बंदरगाहों पर जाएगा और तंजानिया, मोजाम्बिक, मॉरीशस और सेशेल्स के विशेष आर्थिक क्षेत्रों (ईईजेड) की संयुक्त निगरानी करेगा। आईओएस सागर के प्रतिभागियों को तंजानिया के दार-एस-सलाम में अभ्यास एआईकेईवाईएमई के बंदरगाह चरण की गतिविधियां देखने का मौका मिलेगा।
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बहुपक्षीय समुद्री जुड़ाव अभ्यास
अफ्रीकी देशों के साथ बड़े पैमाने पर बहुपक्षीय समुद्री जुड़ाव अभ्यास को ‘अफ्रीका इंडिया की मैरीटाइम एंगेजमेंट’ नाम दिया गया है, जिसे ‘एआईकेईवाईएमई’ के रूप में भी जाना जाता है, जिसका संस्कृत में अर्थ ‘एकता’ है। भारतीय नौसेना और तंजानिया पीपुल्स डिफेंस फोर्स (टीपीडीएफ) की मेजबानी में पहला अभ्यास तंजानिया के दार-एस-सलाम में आयोजित किया जाएगा और इसका उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। यह अभ्यास छह दिनों तक चलेगा और इसमें कोमोरोस, जिबूती, इरीट्रिया, केन्या, मेडागास्कर, मॉरीशस, मोजाम्बिक, सेशेल्स और दक्षिण अफ्रीका की भागीदारी होगी।