केंद्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने विभाग में कार्य कर चुके एक पूर्व अधिकारी को गिरफ्तार किया है। उस पर आतंकी संगठन को संवेदनशील जानकारी देने का आरोप है। एजेंसी ने इस अधिकारी के पूरे नेटवर्क का पता लगाकर कार्रवाई की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश कैडर का आईपीएस अधिकारी अरविंद दिग्विजय नेगी लश्कर ए तोएबा के लिए काम कर रहा था। वह पाकिस्तान पोषित आतंकी संगठन के लिए भारत की संवेदनशील जानकारी को लीक कर रहा था। नेगी एनआईए के लिए कार्य कर चुका है। वह अब एजेंसी द्वारा जो जांच की जा रही है, उसकी जानकारी आतंकी संगठन को पहुंचाता था।
मिल चुका है वीरता पुरस्कार
आईपीएस अधिकारी अरविंद दिग्विजय नेगी वीरता पुरस्कार से सम्मानित है। उसकी संदेहास्पद गतिविधियों की प्रथम जानकारी गुप्तचर ब्यूरो ने एनआईए को दी थी। सूत्रों के अनुसार इस जानकारी में ब्यूरो ने यह भी बताया है कि, अरविंद नेगी लश्कर ए तोएबा के ओवर ग्राउंड ऑपरेटिव खुर्रम परवेज को जानकारियां प्रदान करता था। खुर्रम परवेज अपने आपको मानवाधिकार कार्यकर्ता बताता था। एनआईए ने खुर्रम परवेज को अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेन्शन एक्ट (यूएपीए) के अंतर्गत गिरफ्तार किया है। नवंबर 2021 में एनआईए द्वारा पंजीकृत प्रकरण में अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
घर में की गई तलाशी
एनआईए ने आईपीएस अरविंद दिग्विजय नेगी की गिरफ्तारी के साथ ही उसके घर में तलाशी भी ली। आरोप है कि अरविंद नेगी ने एनआईए के अन्वेषण के अधीन फाइलों की जानकारी लश्कर ए तोएबा के ओवर ग्राउंड वर्कर नेटवर्क को दे रहा था।