Madhya Pradesh: कूनो राष्ट्रीय उद्यान में पर्यटक देख सकेंगे चीते? जानिये क्या है खबर

कूनो के बाड़े में 12 वयस्क और 12 शावक यानी कुल 24 चीते थे, जिनमें से दो को खुले जंगल में रिलीज कर दिया गया है। अब बाड़े में कुल 22 चीते हैं।

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Madhya Pradesh के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान(Kuno National Park) में लंबे इंतजार के बाद पर्यटक अब चीतों का दीदार(Seeing leopards) कर सकेंगे। 4 दिसंबर को कूनो राष्ट्रीय उद्यान में अंतरराष्ट्रीय चीता दिवस(International Cheetah Day) मनाया गया। इस दौरान बड़े बाड़े में कैद 24 चीतों में से दो नर चीतों अग्नि और वायु को कूनो(Two male cheetahs Agni and Vayu) प्रबंधन के अधिकारियों ने खुले जंगल में छोड़ा।

विशेषज्ञों ने जंगल में उनके विचरण, सुरक्षा, भोजन आदि को लेकर अंतिम चर्चा के बाद यह निर्णय लिया। कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ आर. थिरुकुराल ने बुधवार शाम को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फिलहाल सभी चीते पूरी तरह से स्वस्थ हैं।

बाड़े में  हैं 12 वयस्क और 12 शावक
कूनो के बाड़े में 12 वयस्क और 12 शावक यानी कुल 24 चीते थे, जिनमें से दो को खुले जंगल में रिलीज कर दिया गया है। अब बाड़े में कुल 22 चीते हैं। इन्हें भी कूनो प्रबंधन के अधिकारी क्रमबद्ध तरीके से रिलीज करेंगे। खुले जंगल में छोड़े जाने के बाद अब ये चीते रफ्तार में भाग सकेंगे और अपने पसंद के जानवर का शिकार कर अपना पेट भर सकेंगे। चीतों को खुले जंगल में छोड़ने का फैसला स्टीयरिंग कमेटी करती है।

सिंह परियोजना के निदेशक एवं क्षेत्र के डीएफओ उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि 4 दिसंबर को कूनो राष्ट्रीय उद्यान के पारोंद वन क्षेत्र में चीते छोड़े गए हैं। यह क्षेत्र अहेरा पर्यटन क्षेत्र का हिस्सा है। ऐसे में पर्यटकों को सफारी के दौरान चीतों को देखने का अवसर मिल सकता है।

कुल नौ चीतों को जंगल में छोड़ा गया
उन्होंने बताया कि इससे पहले अग्नि-वायु, गौरव-शौर्य, आशा, वीरा सहित कुल नौ चीतों को जंगल में छोड़ा जा चुका है। पिछले साल जुलाई और अगस्त में कुछ चीतों की मौत व संक्रमण के मामले सामने आने के बाद सभी चीतों को वापस बाड़े में बंद कर दिया था।छह माह पहले पवन व वीरा चीता का जोड़ा जंगल में छोड़ा था। वीरा के मुरैना व ग्वालियर क्षेत्र तक गांव में पशुओं के शिकार करने के बाद वापस बाड़े में ले जाना पड़ा था। पवन की बरसाती नाले में डूबकर मौत हो गई थी, जिसके बाद से ही सभी चीतों बाड़े में ही बंद थे। अग्नि और वायु उम्र में अधिक बड़े और मजबूत चीतों में से हैं, इसलिए पहले इन्हें छोड़ा गया है।

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गौरतलब है कि केन्द्र सरकार द्वारा चीता परियोजना के तहत नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाकर 20 चीते कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बसाए गए थे। इनमें नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17 सिंतबर 2022 को अपने जन्म दिन के अवसर पर कूनो के बाड़ों में रिलीज किया था। इसके बाद फरवरी 2023 में 12 चीते दक्षिण अफ्रीका से लाए गए थे। इनमें से आठ चीतों की मौत हो चुकी है। वहीं, यहां मादा चीतों द्वारा जन्म दिए गए 12 शावक को विशेषज्ञों की निगरानी में बाड़ों में रखा गया है, जो एक से डेढ़ साल के होने वाले हैं।

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