जम्मू-कश्मीर में पहाड़ों पर बर्फबारी से पहले आतंकवादियों की शरणस्थली पाकिस्तान एक बार फिर घाटी में घुसपैठ की फिराक में जुट गया है। पिछले 24 घंटों में उत्तरी कश्मीर के उरी में इसी तरह की एक साजिश को हमारे सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया है।
उरी में आतंकवादियों की घुसपैठ को नाकाम किए जाने के बाद इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया है। फिलहाल पिछले एक दिन में उत्तरी कश्मीर मे घुसपैठ की तीन कोशिशों को नाकाम किया जा चुका है।
9 महीनों में 110 आतंकी ढेर
कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों की सतर्कता के कारण पिछले 9 महीनों में 110 आतंकी मार गिराए गए हैं। उत्तरी कश्मीर में आतंकियों के सफाए का दावा किया जा रहा है। 18 सितंबर को जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने यह दावा किया। वे हंडवारा में एक बैठक में शामिल हुए थे।
एक भी आतंकी मौजूद नहीं
दिलबाग सिंह ने कहा कि उत्तरी कश्मीर नें इस समय एक भी आतंकी मौजूद नहीं है और बांदीपोर के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर सभी स्थानों पर आतंकवाद खत्म हो चुका है। बारामुल्ला, सोपोर और गंदेरबल में कोई भी आतंकी नहीं है।
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बर्फवारी से पहले घुसपैठ की कोशिश तेज
सुरक्षा बलों के अनुसार अभी भी कश्मीर घाटी में लगभग 60 आतंकी सक्रिय हैं और पाकिस्तान बर्फवारी से पहले बड़ी संख्या में आतंकियों को भेजने की कोशिश कर रहा है। लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे के अनुसार घाटी में मौजूद सभी आतंकी पाकिस्तानी हैं, लेकिन सुरक्षाबलों की सतर्कता के चलते वे किसी भी तरह की वारदात को अंजाम देने की हिम्मत नहीं कर रहे हैं।