पंजाब पुलिस ने ड्रोन आधारित हथियारों तथा गोला-बारूद की तस्करी करने वाले माड्यूल के तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से अत्याधुनिक हथियारों और गोला-बारूद का नया ज़ख़ीरा भी बरामद हुआ है।
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने 8 अक्टूबर को बताया कि अब तक इस मॉडयूल के कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 8 अक्टूबर को गिरफ्तार किये गए व्यक्तियों की पहचान सुरिन्दर सिंह निवासी गांव बरवाला ज़िला तरनतारन, हरचन्द सिंह और गुरसाहिब सिंह दोनों निवासी वलटोहा ज़िला अमृतसर के तौर पर हुई है। पुलिस ने इनके कब्ज़े में से 1.01 करोड़ रुपए की नकदी, 500 ग्राम हेरोइन, 17 पिस्तौल समेत 400 जिंदा कारतूस, एक एमपी- 4 राइफल समेत 300 जिंदा कारतूस, दो भार तोलने वाली मशीनें और दो नोट गिनने वाली मशीनें बरामद की हैं।
दो पहले भी किए गए थे गिरफ्तार
इससे पहले 5 अक्टूबर को काउंटर इंटेलिजेंस अमृतसर की पुलिस टीम ने इस मॉडयूल के दो लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसमें एक कैदी जसकरन सिंह और उसके साथी रतनबीर सिंह के तौर पर पहचान की गई थी, उनकी तरफ से बताए ठिकानों से कुल 10 विदेशी पिस्तौल बरामद किये गए थे और अब पिस्तौलों की बरामदगी की कुल संख्या 27 हो गई है।
उनसे प्राप्त जानकारी के बाद तीन और चढ़े पुलिस के हत्थे
डीजीपी ने बताया कि जांच के दौरान जसकरन सिंह और रतनबीर सिंह से यह बात सामने आई है कि उनके साथी सुरिन्दर ने पाकिस्तान से ड्रोनों की मदद से आए हथियारों तथा गोला-बारूद की खेप ली थी। इस जानकारी पर आधारित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने शुक्रवार को सुरिन्दर को गिरफ्तार कर लिया और उसके कब्ज़े में से 10 पिस्तौलों के साथ छह मैगजीनें और 100 जिंदा कारतूस बरामद किये।
खतरनाक हथियार बरामद
उन्होंने बताया कि जांच के बाद पता लगा है कि सुरिन्दर जसकरन सिंह के निर्देशों पर रतनबीर से खेप उठा कर दो भाइयों हरचंद और गुरसाहिब तक पहुंचाता था। पुलिस टीमों ने उन दोनों को भी काबू कर लिया है। पुलिस ने उन दोनों के कब्ज़े में से 7 पिस्तौल, एक एमपी – 4 राइफल और 500 ग्राम हेरोइन के अलावा 1.01 करोड़ रुपये नकद, भार तोलने वाली मशीन और करेंसी गिनने की मशीनों समेत बकाया खेप बरामद की है।
जांच जारी
डीजीपी ने कहा कि पाकिस्तान से आईं अन्य खेपों का पता लगाने के लिए आगे जांच की जा रही है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किन्हीं अन्य व्यक्तियों को इस तरह की खेप तो नहीं दी गई।