कश्मीर घाटी में शांति भंग करने की कोशिश कर रहे आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की सख्ती का असर दिखने लगा है। 11 अक्टूबर की सुबह बांदीपोरा के हाजिन और अनंतनाग के वेरीनाग क्षेत्र में अलग-अलग दो मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया।
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने दो आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि यह रेजिस्टेंस फ्रंट का वही आतंकी था, जिसने शाहगुंड में सुमो चालक की हत्या कर दी थी। मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन चलाकर यह पता करने की कोशिश की कि कहीं और आतंकी तो छिपे हुए नहीं हैं।
ऐसे मारे गए आतंकी
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले दिनों घाटी में की गई हत्याओं के बाद से पुलिस व अन्य सुरक्षाकर्मी उनमें शामिल आंतकियों की युद्ध स्तर पर तलाश जारी है। बांदीपोरा में कुछ आंतकियों के मौजूद रहने की जानकारी मिलते ही एसओजी, सेना और सीआरपीएफ का संयुक्त दल मौके पर पहुंच गया और आतंकियों की तलाश में जुट गया। इस तलाशी अभियान के समय आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी, जिसमें दोनों आतंकी ढेर हो गए। सुरक्षाबलों ने दावा किया कि उन्हें फायरिंग करने के बावजूद आत्मसमर्पण का पूरा मौका दिया गया, लेकिन उन्होंने गोलीबारी जारी रखी। उसके बाद सुरक्षाबलों के पास जवाबी कार्रवाई के आलावा दूसरा विकल्प नहीं बचा था।
टीआरएफ का सदस्य
फिलहाल सुरक्षा बलों ने उनकी पहचान टीआरएफ के आंतकी के रुप में की है। इसने पिछले दिनों एक सूमो चालक की हत्या कर दी थी। उसकी पहचान इम्तियाज अहमद डार के रुप में हुई है। दूसरे आतंकी की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। बता दें कि 11 अक्टूबर को सुरक्षाबलों ने बांदीपोरा से चार आतंकियों को गिरफ्तार भी किया है। ये भी शाहगुंड सूमो चालक की हत्या में शामिल थे। मारा गया इम्तियाज इन्हीं का पांचवां साथी था। वह हत्या के बाद से फरार चल रहा था।