पुलवामा आतंकी हमले से जुड़ी बड़ी खबर है, सुरक्षा बलों ने इस हमले में सम्मिलित रहे जीवित बचे अंतिम आतंकी को भी मौत की नींद सुला दिया है। इस जघन्य आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ के जवानों को अपने प्राण गंवाने पड़े थे। जिससे देश में एक आक्रोश था आतंकियों के विरोध में, जिसे सिर आंखों पर रखकर सुरक्षा बलों ने दो वर्षों बाद आंकाक्षाओं की पूर्ति की है।
14 फरवरी, 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमला किया गया था। इसमें हमलावर का नाम जैश ए मुहम्मद से जुड़े आतंकी आदिल डार था। डार ने इस हमले के लिए लेथापुरा में सीआरपीएफ के काफिले पर विस्फोटक से लदी कार को टकरा दिया था। जिससे भीषण विस्फोट हो गया।
ऐसे मारा गया समीर
कश्मीर में पिछले दो दिनों में 9 से अधिक आतंकी मारे गए हैं। पत्रकारों से बात करते हुए कश्मीर के आईजीपी विजय कुमार ने कहा कि, 31 दिसंबर, 2021 को कश्मीर में मारा गया समीर डार पुलवामा आतंकी हमला का अंतिम आतंकी था। सुरक्षा बलों की कार्यवाही में मारे गए एक आतंकी का चेहरा, समीर डार से मिलता है, इसकी पुष्टि के लिए डीएनए परीक्ष किया जा रहा है।
वो आतंक का सरगना था
समीर डार अब नए आतंकियों को आईईडी बनाने का प्रशीक्षण देता था। इसके अलावा वह खुद भी सुरक्षा बलों के मार्ग में आईईडी लगाता था। उसकी खोज लंबे काल से सुरक्षा बल कर रहे थे।