नई दिल्ली। यह नये दौर का नया भारत है। सेना की शान राफेल जेट को उड़ानेवाली महिला पायलट के रुप में फ्लाइट लेफ्टीनैंट शिवांगी सिंह का चुना जाना देश के लिए गौरव की बात है। पिछले करीब 20 वर्षों में महिलाओं ने पुरुषों के वर्चस्ववाले हर क्षेत्र में कदम रखकर इतिहास रच दिया है। शिवांगी सिंह की यह सफलता भी उसी इतिहास का हिस्सा है। उन पर न सिर्फ उनके परिवार के लोगों को बल्कि पूरे काशी को नाज है। वे जल्द ही अंबाला में अपनी ड्यूटी ज्वाइन करेंगी। फिलहाल वह अंबालाा पहुंच चुकी हैं और अपनी इस नई जिम्मेदारी को लेकर काफी उत्साहित हैं। फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह महिला पायलटों के दूसरे बैच की हिस्सा हैं, जिनकी कमिशनिंग 2017 में हुई है।
फाइटर प्लेन उड़ानेवाली 10 महिला पायलट
भारतीय वायुसेना में फाइटर प्लेन उड़ानेवाली 10 महिला पायलट हैं। वे सुपरसोनिक जेट्स उड़ाने की कठिन ट्रेनिंग से गुजरी हैं। हम आपको बता दें कि एक पायलट की ट्रेनंग पर लगभग 15 करोड़ रुपए खर्च आता है।
यूपी की रहनेवाली हैं शिवांगी सिंह
शिवांगी सिंह उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के फुलवरिया थाना की रहनेवाली हैं। उनकी पढ़ाई-लिखाई के साथ ही खेल-कूद में भी बचपन से रुचि थी। आठवीं तक की पढ़ाई कैंटोंमेंट स्थित सेंट मैरीज से की। उन्होंने इंटर की पढ़ाई शिवपुर के सेंट जॉर्ज कान्वेंट स्कूल से की। विज्ञान वर्ग से इंटरमीडिएट की पढ़ाई की और 89 फीसदी अंक अर्जित कीं। उसे बाद सनबीम वुमेंस कॉलेज भगवानपुर से बीएससी की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने 68 फीसदी अंक पाये थे। बीएससी की पढ़ाई के दौरान ही एनसीसी ज्वाइन की।
मिग 21 एस उड़ा चुकी हैं
फ्लाइट लेफ्टीनैंट शिवांगी सिंह इससे पहले मिग 21एस उड़ा चुकी हैं।इसलिए उनके लिए राफेल उड़ाना कोई बड़ी चुनौतीपूर्ण काम नहीं होगा। लेकिन किसी पायलट को एक फाइटर जेट से दूसरे फाइटर जेट में स्विच करने के लिए कन्वर्जन ट्रेनिंग लेना अनिवार्य होता है। इसलिए शिवांगी सिंह यह ट्रेनिंग पूरा करते ही वायुसेना के अंबाला बेस पर 17 गोल्डन एरोज स्क्वैड्रन में ऑपचारिक रुप से एंट्री ले लेंगी।
अभिनंदन वर्तमान के साथ भर चुकी हैं उड़ान
फ्लाइट लेफ्टीनैंट शिवांगी सिंह पहले राजस्थान के फॉरवर्ड फाइटर बेस पर तैनात थीं। वहां उन्होंने विंग कमांडर अभिनंजन वर्तमान के साथ उड़ान भी भर चुकी हैं। बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद भारतीय हवाई सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे पाकिस्तानी फाइटर जेट का पीछा कर रहे अभिनंदन वर्तमान का मिग-21 विमान पाकिस्तान की सीमा मे जा गिरा था और पाकिस्तान ने उन्हें बंधक बना लिया था। हालांकि भारत की चेतावनियों और अंतर्राष्ट्रीय दबाव के चलते पाकिस्तान को मात्र 8 दिन में उन्हें सम्मानपूर्वर रिहा करना पड़ा था।
पहले बैच में ये थीं शामिल
फाइटर उड़ानेवाली महिलाओं के पहले बैच में फ्लाइट लेफ्टीनैंट मोहना सिंह,अवनी चतुर्वेदी, भावना कांता शामिल थीं। इससे पहले सशस्त्र बलों के युद्धक अभियानों में महिलाओं को नहीं शामिल किया जाता था।