हरियाणा के करनाल में 5 मई को तड़के हथियार और विस्फोटकों के साथ पकड़े गए चार खालिस्तानी आतंकी इससे पहले भी महाराष्ट्र के नांदेड़ साहिब में विस्फोटक पहुंचा चुके हैं। खुफिया सूचना के बाद इनकी गिरफ्तारी के ऑपरेशन को हरियाणा, पंजाब और केंद्र की एजेंसी आईबी ने मिलकर अंजाम दिया।
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल ने बताया कि चारों युवकों के पास से एक पिस्टल, एक लाख 30 हजार नकदी, कारतूस तथा तीन आईईडी बरामद की गई है। इनसे पूछताछ के आधार पर कई बड़े खुलासे होने की संभावना है। डीजीपी ने बताया कि आईबी की सूचना के बाद हरियाणा व पंजाब पुलिस ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। पकड़े गए आतंकियों का सम्बन्ध बब्बर खालसा से है।
इस नाम से हुई पहचान
उन्होंने बताया कि इनकी शिनाख्त गुरप्रीत सिंह, परमिंदर सिंह, भूपिंदर सिंह तथा अमनदीप सिंह के रूप में हुई है। इनमें से तीन फिरोजपुर के तथा एक लुधियाना का रहने वाला है। ये सभी जेल में बंद राजबीर के माध्यम से पाकिस्तान में बैठे बब्बर खालसा के आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ़ रिंडा के संपर्क में आए। उन्होंने बताया कि पकड़े गए युवक पहले भी महाराष्ट्र के नांदेड़ साहिब में विस्फोटक पहुंचा चुके हैं।
जांच-पड़ताल जारी
डीजीपी अग्रवाल के अनुसार यह युवक केवल विस्फोटकों व हथियारों की सप्लाई करने का काम करते थे। यह कब से काम कर रहे हैं और कहां-कहां हथियार सप्लाई कर चुके हैं, इसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है। अभी तक पूछताछ में सामने आया है कि सीमा पार पाकिस्तान से पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्र में ड्रोन से विस्फोटक गिराया जाता था। उसे यह लोग उठाकर वहीं छिपा देते थे और बाद में मोबाइल से लोकेशन मिलने पर विस्फोटक को उस लोकेशन तक पहुंचा देते थे।