पंजाब के लुधियाना के हलवारा एयरबेस पर पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन की तरह आतंकी हमले की साजिश रचनेवाले तीन आतंकवदी गिरफ्तार किए गए हैं। पंजाब पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर इनके नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया। बताया जा रहा है कि तीनों का संबंध खालिस्तान समर्थक आतंकवादी संगठनों से है। हालांकि पुलिस ने इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है। गिरफ्तार आंतकियों में लुधियाना के टूसा गांव के रामपाल सिंह व सुखकिरण सिंह सुक्खा और हिमाचल प्रदेश का साबिर अली शामिल हैं।
रामपाल सिंह आइएसआइ को देता था गोपनीय जानकारी
रामपाल सिंह एयरबेस की खुफिया जानकारी व फोटो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसएसआइ के एजेंट अदनान को भेजता था। सुधार थाने के डीएसपी गुरबंस सिह के मुताबिक एक गुप्त सूचना के आधार पर गांव रत्तोवाल में चेकिंग के दौरान रामपाल को पकड़ा गया। यह एयरबेस में डीजल मेकेनिक के तौर पर काम करता था। रामपाल पाकिस्तान से हथियार व सामग्री मंगवाने के लिए आइएसआइ के एजेंट अदनान को वाट्सएप संदेश भेजता था। वह उससे एयरबेस की खुफिया जानकारी व फोटो भी शेयर करता था। रामपाल का तीसरा साथी साबिर अली हिमाचल प्रदेश के सिरमैर जिले के गांव लाल पीपल का रहनेवाला है। इनपर देशद्रोह समेत कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
Ram Singh, an employee of Halwara Air Force, has been booked and arrested for allegedly working for Pakistan intelligence agency ISI, in Sudhar area of Ludhiana, Punjab. Two of his associates are on the run: Ludhiana Rural SSP Charanjit Singh Sohal
— ANI (@ANI) December 31, 2020
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पहले सुक्खा पर कसा शिकंजा
25 दिसंबर को सुखकिरण सुक्खा को अवैध पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद बाकी दोनों आतंकियों को गिरफ्तार किया गया। सुखकिरण सिरसा में हुए प्रदर्शनी में भी बढ़चढ़ कर भाग लेता रहा है। उसपर हत्या का मामला भी चला था, जिसमें कोर्ट ने बरी कर दिया था।
साबिर उपलब्ध कराता था फंड
साबिर आतंकी गतिविधियों के लिए फंड उपलब्ध कराता था। वह आएइएसआइ का कैशियर भी था। आइएसआइ ने पठानकोट आतंकी हमले की तरह ही लुधियाना के हलावारा एयरफोर्स बेस को निशाना बनाने की साजिश रची थी।
अदनान सुखकिरण से संपर्क में था, जबकि सुक्खा ने हलवारा एयरफोर्स के मेकेनिक रामपाल को पैसे का लालच देकर जाल में फंसाया था।