प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने पाकिस्तान सरकार के साथ हुए अनिश्चितकालीन संघर्ष विराम को 28 नवंबर को खत्म कर दिया। जिसके बाद टीटीपी ने अपने लड़कों को आदेश दिया है कि वह पूरे पाकिस्तान में हमले करें। टीटीपी ने कहा कि खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू और लक्की मरवत क्षेत्रों में लगातार पाकिस्तान सेना की ओर से हमले किए जा रहे हैं। जिसके बाद सरकार के साथ युद्ध विराम को समाप्त करने का फैसला लिया गया।
अब पाकिस्तान में करेंगे जवाबी हमले
टीटीपी एक आतंकवादी संगठन है। इसका उद्देश्य पाकिस्तान में इस्लाम के कट्टरपंथ को लागू करना है। टीटीपी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान सरकार की ओर से कई बार संघर्ष विराम के उल्लंघन के बारे में चेतावनी दी गई थी, लेकिन हम लोगों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। हम चाहते थे कि युद्ध विराम का उल्लंघन हमारी ओर से न हो। टीटीपी ने कहा कि सेना और खुफिया एजेंसियां लगातार युद्ध विराम का उल्लंघन कर रहे थीं। अब हमारी ओर से भी पूरे पाकिस्तान में जवाबी हमले किए जाएंगे।
पाकिस्तान सरकार ने साधी चुप्पी
टीटीपी के इस एक्शन के बाद पाकिस्तान सरकार ने चुप्पी साध ली है, उसकी ओर से अभी तक किसी भी प्रकार की प्रक्रिया नहीं आई है। इसके साथ ही खुफिया एजेंसियों की ओर से भी अभी तक कोई बयान नहीं जारी किया गया है। दरअसल, TTP ने जून में पाकिस्तान सरकार के साथ युद्ध विराम की घोषणा की थी। इस बीच कई बार पाकिस्तानी सेना पर हमले किए गए, हालांकि इन हमलों की जिम्मेदारी टीटीपी ने कभी नहीं ली।
बिलावल भुट्टो को पहले से सता रहा था डर
विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी को पहले से ही इसको लेकर डर सता रहा था। उन्होंने इस महीने की शुरुआत में सरकार से टीटीपी संगठन से निपटने के लिए अपनी रणनीति पर फिर से विचार करने का आह्वान किया था। हालांकि, उनका डर सच साबित हुआ और अब टीटीपी जैसे आतंकी संगठन ने पाकिस्तान में खुले आम हमले करने की धमकी दी। इतना ही नहीं वह अपने लड़ाकों से कह भी दिया है कि वह पाकिस्तान में जहां भी चाहें हमले कर सकते हैं।