जम्मू-कश्मीर को चीन का हिस्सा बताकर ट्विटर ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। इससे उसकी विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठने लगे हैं। रविवार को लद्दाख की राजधानी लेह के वॉर मेमोरियल पर आयोजित एक कार्यक्रम को लाइव किया जा रहा था। उसी समय ट्विटर ने यह गलती की और जम्मू-कश्मीर को चीन का हिस्सा बता दिया। वीडियो में जो लोकेशन टैग दिखाया जा रहा था, वह जम्मू-कश्मीर, पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना था।
नितिन गोखले ने की थी शिकायत
देश के लिए शहीद होनेवाले जवानों की याद में बने हॉल ऑफ फेम मेमोरियल से लेखक और राष्ट्रीय सुरक्षा विश्लेषक नितिन गोखले ने ट्विटर पर लाइव ब्रॉडकास्ट की शुरूआत ही की ही थी कि ट्विटर पर यह गलती दिखने लगी। गोखले और अन्य ट्विटर यूजर्स ने फौरन इस गलती के लिए ट्विटर इंडिया के आधिकारिक हैंडल्स पर कंप्लेन दर्ज कराई, लेकिन किसी भी एकाउंट से कोई जवाब नहीं दिया गया। हैरत की बात तो यह है कि ट्विटर इंडिया ने इस बारे में कोई भी प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त की है, जबकि भारत में उसके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग जोर पकड़ती जा रही है।गोखले ने ट्विट किया, “ट्विटर के मित्रो, मैंने हॉल ऑफ फेम से लाइव किया है। यह लोकेशन जम्मू-कश्मीर में है न कि चीन में। इसे पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चायना बताया जा रहा है। क्या आपका दिमाग खराब हो गया है। इसे हॉल ऑफ फेम लेह लोकेशन टैग करके ट्विटर पर लाइव करें।”
Tweeple pl put Hall of Fame Leh as your location for live broadcast and see what’s happening. It shows location as Jammu and Kashmir, Peoples Republic of China. I tested it again. Outrageous. Pl flood Twitter with complaints. GoI should take immediate action. @rsprasad pic.twitter.com/pbnr8364at
— Nitin A. Gokhale (@nitingokhale) October 18, 2020
कंचन गुप्ता ने बताया भारतीय कानून का उल्लंघन
कई अन्य ट्विटर यूजर्स ने भी तस्वीरों और लाइव ब्रॉडकास्ट्स को अपलोड करते हुए लोकेशन को लेह टैग किया। हालांकि टिप्पण वही थी लेकिन हॉल ऑफ फेम, लेह को चीन का पार्ट बताया जा रहा था। ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के फेलो कंचन गुप्ता ने भी इस बारे में ट्विट किया। उन्होंने लिखा, “इसका अर्थ ट्विटर ने भूगोल को बदल दिया है और जम्मू-कश्मीर को चीन का हिस्सा घोषित कर दिया है। क्या यह भारतीय कानून का उल्लंघन नहीं है।”
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नैटिजंस ने की कार्रवाई की मांग
कई नैटिजंस ने दूर संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद और सरकार को टैग करते हुए ट्विटर इंडिया के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करते हुए लिखा,”ट्विटर इंडिया तो आपके अनुसार लेह पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चायना का हिस्सा है।” वहीं एक अन्य ने ट्विटर इंडिया के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करते हुए लिखा, “कृपया इस मामले को देखें और उचित कार्रवाई करें। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को उसकी बेवकूफी के लिए सबक सिखाने का यह सही समय है।”
शिओमी फोंस में भी मिली थी शिकायत
शनिवार को ही शिओमी फोंस के भारतीय यूजर्स ने शिकायत की थी कि उनका डिवाइस अरुणाचल प्रदेश के लिए वेदर रिपोर्ट नहीं दिखा रहा है। यूट्यूब पर टेक्निकल गुरुजी चैनल चलानेवाले गौरव चौधरी ने इस मुद्दे को उठाया था। उसके बाद कई लोगों ने भी इस बारे में शकायत की थी।
क्या है साजिश का हिस्सा?
ये दोनों मामले ऐसे समय में हुआ है, जब भारत और चीन के बीच विवाद चरम पर है। क्या यह किसी साजिश का हिस्सा है या मात्र सामान्य गलती है, इस बारे में भारत को सरकार को जांच कर पता लगाना चाहिए, क्योंकि यह देश की सरहदों से जुड़ा मामला है। इसमें एक ऐसे देश की तरफदारी की जा रही है, जो भारत के लिए हर कदम पर परेशानी खड़ी कर रहा है।
15 जून के बाद चरम पर तनाव
15 जून के बाद से लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास तनाव चरम पर है। चीन जहां हर दिन उस क्षेत्र में भारत को उकसाने के लिए गतिविधियां तेज कर रहा है, वहीं भारत भी किसी भी तरह की कार्रवाई को जवाब देने के लिए तैयार है। 15 जून को गलवान घाटी में दोनों देशों की सेना के जवानों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें हमारे 20 जवान शहीद हो गए थे। इस झड़प में चीन के कितने जवान मारे गए थे, इस बारे में चीन की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई थी।
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