Bharat में जल्द बनेंगे अमेरिकी हथियार? अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने किया ये दावा

अमेरिका अब भारत सरकार के साथ युद्ध में इस्तेमाल होने वाले जमीन आधारित पारंपरिक हथियार बनाने के लिए बात कर रहा है।

326

भारत और अमेरिका के बीच आपसी रिश्तों की मजबूती सामान्य व्यापार के साथ अब सैन्य व्यापार की ओर भी दिखने लगी है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया है कि भारत और अमेरिका सैन्य प्रणालियों के निर्माण में सहयोग की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इसके परिणाम स्वरूप जल्द ही भारत के आयुध कारखानों में अमेरिकी हथियार बनते नजर आएंगे।

भारत में अमेरिका के हथियारों के बनने का रास्ता होगा साफ
अमेरिकी रक्षा मंत्री कार्यालय में दक्षिण एशिया नीति के निदेशक सिद्धार्थ अय्यर ने वाशिंगटन के हडसन इंस्टीट्यूट में एक कार्यक्रम के दौरान दावा किया कि भारत और अमेरिका के सैन्य प्रणालियों के निर्माण में साथ आने पर भारत के रक्षा उद्योग को उच्च-तकनीक वाले हथियारों के उत्पादन का मौका मिल सकता है। इतना ही नहीं दोनों देशों के सहयोग के बाद भारत में अमेरिका के हथियारों के बनने का रास्ता भी साफ हो जाएगा।

बातचीत जारी
अय्यर ने कहा कि अमेरिका अब भारत सरकार के साथ युद्ध में इस्तेमाल होने वाले जमीन आधारित पारंपरिक हथियार बनाने के लिए बात कर रहा है। इसके अलावा दोनों देशों में खुफिया तंत्र और निगरानी में इस्तेमाल होने वाली सैन्य प्रणालियों के इस्तेमाल को लेकर भी बातचीत जारी है। अमेरिका की तरफ से पारस्परिक रक्षा खरीद समझौते को तय करने पर भी चर्चा जारी है। इस पर ज्यादा जानकारी प्रक्रिया के आगे बढ़ने के बाद ही दी जा सकती है।

महाराष्ट्र के मंत्री धर्मराव अत्राम को नक्सलियों ने दी धमकी, इस कारण हैं नाराज

बातचीत में अच्छी प्रगति
हडसन इंस्टीट्यूट की अपर्णा पांडे के साथ बातचीत में अय्यर ने कहा कि आपूर्ति व्यवस्था की सुरक्षा को अंतिम रूप देने के लिए भारत और अमेरिका के बीच बातचीत में अच्छी प्रगति हो रही है। दोनों देश पारस्परिक रक्षा खरीद समझौता करने के लिए आक्रामक तरीके से आगे बढ़ रहे हैं, जो अमेरिकी और भारतीय रक्षा उद्योग के लिए बाजार तक पहुंच बढ़ाएगा। यह संबंध अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक है। अमेरिका का मानना है कि अमेरिका-भारत संबंधों का सही दिशा में आगे बढ़ना महज आवश्यक ही नहीं, बल्कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में हमारी रणनीति को अंजाम देने के लिए अनिवार्य भी है।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.