भारत और इजराइल द्वारा बनाई गयी मिसाइल बराक-8 जल्द ही वियतनाम की सेना का हिस्सा होगी। वियतनाम ने इजराइल से बराक-8 मिसाइल खरीदने का फैसला किया है।
50 करोड़ रुपये की होगी डील
वियतनाम की वायु सेना के डिप्टी कमांडर और वायु रक्षा प्रणाली के मुखिया की अगुआई में वियतनाम के रक्षा मंत्रालय का प्रतिनिधिमंडल सितंबर में इजराइल की यात्रा करेगा। इस दौरान इजराइल से बराक-8 मिसाइल खरीदने के लिए वियतनाम और इजराइल के बीच समझौता होगा। माना जा रहा है कि यह समझौता 50 करोड़ रुपये के आसपास का होगा। वियतनाम पहले से ही इजरायल में बने स्पाइडर एयर-डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल कर रहा है। बराक-8 मिसाइल प्रणाली को कई तरह के खतरों से बचाने के लिए डिजाइन किया गया है, जिसमें हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर, ड्रोन, क्रूज मिसाइल और एंटी-शिप मिसाइल शामिल हैं। इसे जमीन पर या समुद्र में तैनात किया जा सकता है।
इजराइल और भारत ने मिलकर बनाया है मिसाइल
बराक-8 मिसाइल को इजराइल और भारत ने साथ मिलकर बनाया है। 70 किलोमीटर तक मारक क्षमता वाली इस मिसाइल को इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज और भारत के डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) ने एक साथ मिलकर डिजाइन किया है। बराक-8 का निर्माण भारत डॉयनामिक्स लिमिटेड, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और राफेल एडवांस डिफेंस लिमिटेड करते हैं। 2016 से यह मिसाइल भारत, इजराइल व अजरबैजान में प्रयोग की जा रही है। बराक-8 मिसाइल भारतीय थल सेना, वायु सेना और नौसेना के पास है। इसके अलावा इजराइली नौसेना और अजरबैजान की वायु सेना इस मिसाइल का इस्तेमाल करती हैं।