Jammu and Kashmir:रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह(Defense Minister Rajnath Singh) ने 27 दिसंबर को कहा कि उन्हें भारतीय सेना पर पूरा भरोसा है कि वह जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद का सफाया कर देगी। साथ ही उन्होंने सैनिकों से ऐसी कोई भी गलती न करने का आग्रह किया, जिससे देश के नागरिकों को ठेस पहुंचे।
सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए जम्मू पहुंचे राजनाथ सिंह ने कहा कि राष्ट्र की सुरक्षा के प्रति अपना कर्तव्य निभाते हुए लोगों का दिल जीतना सैनिकों की जिम्मेदारी है। पुंछ में आतंकवादी हमले के बाद राजनाथ सिंह 27 दिसंबर को राजौरी और जम्मू के एक दिवसीय दौरे पर आए थे।
जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद होगा खत्म
उन्होंने कहा कि मुझे आपकी बहादुरी और दृढ़ता पर विश्वास है। जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद खत्म होना चाहिए और आपको इसी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ना है। मुझे पूरा विश्वास है कि आप जीत हासिल करेंगे।
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रक्षा मंत्री ने कहा कि ऐसी घटनाओं (हमलों) को हल्के में नहीं लिया जा सकता। मैं जानता हूं कि आप स्थिति के प्रति सतर्क हैं लेकिन अधिक सतर्कता की आवश्यकता है। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार आपके साथ खड़ी है और आपका कल्याण हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है।
तीन नागरिकों की हत्या के स्पष्ट संदर्भ में रक्षा मंत्री ने सैनिकों से देश के नागरिकों को चोट पहुंचाने वाली गलतियों से बचने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि दुनिया में भारतीय सेना को कोई सामान्य ताकत नहीं माना जाता है। लोग स्वीकार करते हैं कि सेना पहले से कहीं अधिक शक्तिशाली है और पहले की तुलना में सुसज्जित भी हैं। आप देश के संरक्षक हैं लेकिन देश की रक्षा के साथ-साथ आपको नागरिकों का दिल भी जीतना है। यह आपके कंधों पर एक बड़ी जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि इसे और अधिक गंभीरता से करने की जरूरत है और इसे लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुनकर और निवारण के लिए उचित स्तर पर उन मुद्दों को उठाकर हासिल किया जा सकता है। रक्षा मंत्री सिंह ने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की और घायल कर्मियों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
उन्होंने कहा कि मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि घटना की गंभीरता को देखते हुए आवश्यक और उचित कदम उठाए जाएंगे। हमारे लिए प्रत्येक सैनिक परिवार का हिस्सा है और उसका जीवन बहुत कीमती है। हमारे सैनिकों पर किसी की भी नजर पड़ना हमें स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकारी खजाना सुरक्षा और खुफिया जानकारी जुटाने के लिए खुला है।
उनका का बयान 22 दिसंबर को पुंछ जिले में कथित तौर पर तीन नागरिकों के मृत पाए जाने के बाद उपजे आक्रोश के बीच आया है, जब सुरक्षा बलों ने उन्हें सेना के दो वाहनों पर आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसमें चार सैनिक बलिदान हुए थे।
इसके बाद जम्मू पहुंचने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू के राजभवन में पिछले सप्ताह हुए आतंकवादी हमले में सेना के चार जवानों के बलिदान के मद्देनजर स्थिति का जायजा लेने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना प्रमुख, जम्मू-कश्मीर के महानिदेशक, खुफिया एजेंसियों और अन्य संबंधित एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। बैठक में सिंह ने चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियानों और समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की।
27 दिसंबर की सुबह रक्षा मंत्री, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ जम्मू पहुंचने के तुरंत बाद सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए राजौरी जिले के लिए रवाना हुए, खासकर राजौरी और पुंछ के सीमावर्ती जिलों में जहां आतंकवादी हमले और घुसपैठ के प्रयास होते हैं।
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