एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी (VR Chaudhary) ने चीन-पाकिस्तान (China-Pakistan) के संयुक्त खतरे के बाबत कहा है कि चीन से निपटने में जिन जगहों पर संख्या के आधार पर विरोधियों का मुकाबला करना मुश्किल होगा, उन जगहों पर हम बेहतर रणनीति (better strategy) के जरिए मुकाबला करेंगे। हम खुफिया जानकारी, निगरानी के माध्यम से सीमा (border) पार की स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं। हम अपनी योजनाओं को गतिशील रखते हुए स्थितियों के अनुसार बदलते रहते हैं।
इंडियन एयर फोर्स में शामिल होंगे हेलीकॉप्टर मिसाइलें और राडार
चौधरी ने बताया कि अगले सात-आठ सालों में ढाई से तीन लाख करोड़ रुपये के लड़ाकू विमानों, हेलीकॉप्टरों मिसाइलों और राडारों को इंडियन एयर फोर्स (Indian Air Force) में शामिल करने की योजना है। उन्होंने बताया कि चीन से लगी 3.408 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय वायुसेना लगातार निगरानी कर रही है। साथ ही सतह से हवा में मार करने वाले हथियारों (एसएजीडब्ल्यू) का एक व्यापक नेटवर्क भी तैनात किया है।
मिग-21 लड़ाकू विमान का स्थान लेंगे एलसीए तेजस
एयर चीफ मार्शल (Air Chief Marshal) ने कहा कि हमारी परिचालन युद्ध योजनाएं बहुत गतिशील हैं और हम किसी भी मोर्चे पर विकसित होने वाली स्थिति के आधार पर उनकी समीक्षा करते रहते हैं। हमने 83 एलसीए मार्क 1ए के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। हमने 97 और विमानों की मांग की है, जिसके बाद हमारे पास 180 विमान होंगे। प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा, “हम 2025 तक मिग-21 लड़ाकू विमान उड़ाना बंद कर देंगे और उनकी जगह एलसीए तेजस ले लेंगे। एक या दो महीने में, एक मिग-21 स्क्वाड्रन को नंबर दिया जाएगा और उसके बाद आखिरी स्क्वाड्रन को लॉन्च किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले साल 1.72 लाख करोड़ रुपये के अनुबंधों के साथ भारतीय वायुसेना की लड़ाकू क्षमताओं को बढ़ाने की योजना पर काम चल रहा है, इसमें 97 और तेजस शामिल हैं।
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