विश्व के चौथे सबसे बड़े भारतीय तटरक्षक बल का स्थापना दिवसः जानिये, 7 से 158 जहाजों तक का कैसा रहा सफर

भारतीय तटरक्षक बल ने पिछले एक साल के भीतर समुद्र में 1,200 से अधिक लोगों की और अपनी स्थापना के बाद से 11 हजार से अधिक लोगों की जान बचाई है।

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दुनिया में चौथा सबसे बड़ा भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) 1 फरवरी को अपना 46वां स्थापना दिवस मना रहा है। महज सात सतह प्लेटफार्मों से अपनी यात्रा शुरू करने वाला आईसीजी 158 जहाजों और 70 विमानों के साथ आज एक दुर्जेय बल के रूप में विकसित हो चुका है।

अपने बेड़े में 2025 तक 200 सतह प्लेटफार्मों और 80 विमानों को शामिल करने का लक्ष्य रखा है। तटरक्षक बल ने भारतीय तटों को सुरक्षित रखने और भारत के समुद्री क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय नियमों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

11 हजार लोगों की बचाई जान
भारतीय तटरक्षक बल ने पिछले एक साल के भीतर समुद्र में 1,200 से अधिक लोगों की और अपनी स्थापना के बाद से 11 हजार से अधिक लोगों की जान बचाई है। इसने अब तक लगभग 13 हजार कर्मियों को विभिन्न ‘सिविल अथॉरिटी को सहायता’ के संचालन के दौरान बचाया है। हाल ही में महाराष्ट्र, कर्नाटक और गोवा में आई बाढ़, चक्रवात और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के दौरान नागरिक अधिकारियों को सहायता दी है। कोरोना महामारी के प्रतिबंधों के बावजूद आईसीजी प्रतिदिन लगभग 50 जहाजों और 12 विमानों को तैनात करके विशेष आर्थिक क्षेत्र में चौबीसों घंटे निगरानी रखता है।

एक साल में करीब 4 हजार करोड़ रुपये के ड्रग्स और कंट्राबेंड को जब्त
भारतीय तटरक्षक बल ने अपने क्षेत्र में समुद्री मार्गों के माध्यम से तस्करी की रोकथाम करते हुए पिछले एक साल में करीब 4 हजार करोड़ रुपये के ड्रग्स और कंट्राबेंड को जब्त किया है। आईसीजी ने अपनी स्थापना के बाद से लगभग 12 हजार करोड़ रुपये की ड्रग्स और कॉन्ट्रैबेंड को जब्त किया गया है। इसके अलावा आईसीजी ने अब तक अवैध गतिविधियों में शामिल 13 हजार चालक दल सदस्यों और 1,500 से अधिक नावों को पकड़ा है। आईसीजी ने 2021 में 40 विदेशी चालक दल और सात नावों को पकड़ा। भारतीय तटरक्षक बल अंतरराष्ट्रीय समुद्री अपराधों का मुकाबला करने और हिन्द महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा बढ़ाने के लिए तटवर्ती देशों के साथ भी सहयोग कर रहा है।

कई प्राकृतिक आपदाओं का मुकाबला
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण ‘सागर’ के अनुरूप भारतीय तटरक्षक बल ने हिन्द महासागर क्षेत्र में शांति स्थापना के लिए मित्र देशों के साथ संबंध स्थापित किए हैं। आईसीजी ने कई प्रमुख प्राकृतिक आपदाओं का सफलतापूर्वक मुकाबला किया है। आईसीजी ने मई-जून में श्रीलंका तट पर सिंगापुर के कंटेनर जहाज एमवी एक्स-प्रेस पर्ल में लगी आग लगातार 13 दिनों की मेहनत के बाद बुझाई लेकिन आग बुझने के 24 घंटे के भीतर यह जहाज 02 जून को कोलम्बो बंदरगाह पर डूब गया था। भारतीय तटरक्षक बल ने 15 अगस्त, 2021 को ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के हिस्से के रूप में 100 बसे हुए और निर्जन दूर-दराज के द्वीपों पर ध्वजारोहण किया था।

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कोरोना काल में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
आईसीजी स्वदेशी संपत्तियों को शामिल करने में अग्रणी रहा है, जिसने इसे पूरे वर्ष परिचालन रूप से सक्रिय और उत्तरदायी रहने में सक्षम बनाया है। कोरोना महामारी के बावजूद आईसीजी ने पिछले एक साल में अपने बेड़े में पांच नई पीढ़ी के जहाज और आठ उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर जोड़े हैं, जो ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ के बेहतरीन उदाहरण हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने समुद्री क्षेत्रों में राष्ट्र के हितों को सुरक्षित रखने में उल्लेखनीय भूमिका निभाने की सराहना करते हुए भारतीय तटरक्षक बल को बधाई दी।

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