मुरादाबाद कांवड़ यात्रा के साथ रूट डायवर्जन खत्म होने के बाद रोडवेज प्रबंधन रक्षाबंधन की तैयारियों में जुट गया है। 30 व 31 अगस्त के लिए रणनीति तय कर ली गई है। इन दोनों दिनों में मंडल के सातों डिपो मुरादाबाद, रामपुर, पीतलनगरी, अमरोहा, नजीबाबाद, बिजनौर, धामपुर से करीब 700 बसें चलाई जाएंगी। बसों के फेरे भी बढ़ाए गए हैं।
कर्मचारियों को दिए गए निर्देश
मुरादाबाद मंडल के आरएम मोहम्मद परवेज खां ने सभी एआरएम के साथ 29 अगस्त को हुई बैठक में निर्देश दिए कि कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर दी जाएं। कार्यशाला में खड़ी सभी बसों को संचालित किया जाए। तय रूटों को अलावा जहां की सवारियां मिलें, वहां के लिए बसें चलाई जाएं। आमतौर पर मुरादाबाद से यात्रियों को गोरखपुर की सीधी बस नहीं मिलती।
आरएम का कहना है कि यदि गोरखपुर की सवारियां होंगी तो वहां के लिए सीधी बस चलाई जाएगी। दिन व रात के अनुसार स्टाफ का ड्यूटी चार्ट तैयार किया जा रहा है। ड्यूटी में कोताही न बरतने और महिला यात्रियों से सम्मानजनक व्यवहार करने के निर्देश दिए गए हैं।
1.20 लाख लोग रोज करते हैं सफर
रोडवेज के आंकड़े के मुताबिक, सामान्य दिनों में मुरादाबाद मंडल की बसों में 1.20 लाख लोग रोजाना सफर करते हैं। इससे निगम को 75 लाख रुपये की आय होती है। रक्षाबंधन के मौके पर यात्रियों का आंकड़ा बढ़कर 1.60 लाख से 1.75 लाख तक पहुंच जाता है। इसे देखते हुए ही बसों के फेरे बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।