आजादी के अमृत महोत्सव पर आगामी 11 से 17 अगस्त तक स्वतंत्रता सप्ताह मनाया जाएगा। इस दौरान 13 से 15 अगस्त तक पूरे उत्तर प्रदेश में ’हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत साढ़े चार करोड़ राष्ट्रध्वज फहराए जाएंगे। इसको लेकर प्रदेश सरकार की तरफ से भी तैयारियां जोरों पर हैं। इतनी बड़ी संख्या में ध्वज तैयार करने के लिए स्वयं सहायता समूह, एनजीओ, एमएसएमई, खादी एवं ग्राम उद्योग, निजी सिलाई केंद्रों का सहयोग लिया जा रहा है।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने 20 जुलाई को बताया कि प्रदेश के 76547 स्वयं सहायता समूहों को 1,50,16,077 तिरंगे बनाने का लक्ष्य, 10,224 एनजीओ को 31,82,134 तिरंगे बनाने का लक्ष्य और प्रदेश के 10,112 निजी सिलाई केंद्रों को 81,66,735 तिरंगे बनाने का लक्ष्य दिया गया है। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के लगभग 97 हजार स्थानीय निर्माण केंद्रों के द्वारा 2.64 करोड़ झंडे तैयार करने का लक्ष्य तय किया गया है।
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एनजीओ तिरंगे बनाने में करेंगी सहयोग
प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में सबसे ज्यादा तिरंगे बाराबंकी के 12,206 सेल्फ हेल्प ग्रुप्स बनाएंगे। वहीं एनजीओ की बात करें तो सबसे ज़्यादा मेरठ जिले के एनजीओ तिरंगे बनाने में अपना सहयोग करेंगे। इसके आलावा प्रदेश के कई निजी सिलाई केंद्रों को भी इसका जिम्मा दिया गया है। यही नहीं प्रदेश का एमएसएमई विभाग दो करोड़ झंडों को तैयार करवा रहा है। इसके लिए बकायदा जेम पोर्टल पर टेंडर भी निकाला जा रहा है।
सरकार सभी लोगों को कराएगी तिरंगा उपलब्ध
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार सरकार की तरफ से सभी लोगों को आसानी से तिरंगा उपलब्ध कराने के लिए राशन की दुकानों, ग्राम पंचायत भवनों, जनसेवा केंद्रों, तहसील-ब्लॉक मुख्यालय, प्राथमिक विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों और पेट्रोल पंप व एलपीजी सेंटरों, जिलों के विकास भवन, नगर निगम, नगर पालिका, अर्बन लोकल बॉडी, विकास प्राधिकरण, सिविल डिफेंस आदि पर व्यवस्था की जाएगी।