प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से नारी शक्ति और नारी सम्मान पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने भाषण और आचरण में ऐसा कुछ भी न करें, जिससे महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचे।
प्रधानमंत्री ने 76वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि नारी शक्ति हमारे समाज के हर क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान दे रही हैं। उन्हें उम्मीद है कि अगले 25 वर्षों में जीवन के सभी क्षेत्रों में महिलाओं की अधिक भागीदारी होगी और देश की बेटियां भारत को ऊंचाइयों पर ले जाएंगी।
आगे उन्होंने कहा कि भारत की नारी शक्ति आगे आ रही है। हम अपनी बेटियों को जितने अधिक अवसर प्रदान देंगे, वे भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी। मैं पिछले कुछ दिनों में कई ऐसी महिलाओं से मिला जिन्होंने प्रेरित किया है।
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उन्होंने कहा, “मैं अपना दर्द लाल किले से बताना चाहता हूं। मैं अपने अंदर के इस दर्द को और कहां बांट सकता हूं? अगर मैं देशवासियों के सामने यह नहीं कहता? किसी कारण से हमने अपने अंदर एक विकृति विकसित कर ली है। हम भाषण में, व्यवहार में, शब्दों में महिलाओं का अपमान करते हैं।”
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