महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि मेट्रो-3 मार्ग का कार्य लगभग 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है और मेट्रो रेलवे का यह चरण दिसंबर 2023 के अंत तक पूरा हो जाएगा। मुंबई शहर में ट्रैफिक की भीड़ को कम करने के लिए सबसे अच्छा पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम होना जरूरी है। मुंबईकरों की यह जरूरत मेट्रो रेल के जरिए पूरी की जाएगी।
एकमात्र पूरी तरह से भूमिगत मेट्रो लाइन
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने 9 मई की देर रात चर्चगेट से विधान भवन तक मुंबई मेट्रो- 3 मार्ग का निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री शिंदे ने यह जानकारी पत्रकारों को दी। मुख्यमंत्री शिंदे ने बताया कि मुंबई मेट्रो लाइन-3 (कुलाबा-बांद्रे-सिप्ज़) मुंबई के लिए प्रस्तावित पहली और एकमात्र पूरी तरह से भूमिगत मेट्रो लाइन है। शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार के साथ-साथ वैकल्पिक परिवहन सुविधा के लिए इसका निर्माण कार्य प्रगति पर है। इससे ट्रैफिक का दबाव काफी हद तक कम हो जाएगा। मेट्रो में यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अति उन्नत तकनीक का प्रयोग कर वायु एवं ध्वनि प्रदूषण न हो इसका ध्यान रखा गया है।
पहला चरण दिसंबर 2023 के अंत तक होगा पूरा
एकनाथ शिंदे ने बताया कि मेट्रो-3 रूट को मेट्रो-1, 2, 6 और 9 के साथ-साथ मोनो रेल से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा उपनगरीय रेल लाइन को मुंबई के हवाई अड्डों के अलावा चर्चगेट और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से जोड़ा जाएगा। यह मेट्रो-3 रेलवे यात्रियों के समय की बचत करेगी और सड़क पर छह लाख वाहनों को भी कम करेगी, इस मार्ग का पहला चरण दिसंबर 2023 के अंत तक और दूसरा चरण जून 2024 से पहले पूरा हो जाएगा। प्रदेश के विकास के जो प्रोजेक्ट हैं, उनमें देरी नहीं होगी। मेट्रो रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं। इसलिए, परियोजनाएं समय पर पूरी होंगी।