Aadhaar Face Authentication: आधार ने डिजिटल परिवर्तन को गति दी है। फरवरी में 225 करोड़ आधार प्रमाणीकरण लेन-देन और 43 करोड़ ई-केवाईसी लेन-देन हुए हैं, जो 14 प्रतिशत सालाना वृद्धि को दर्शाता है। इसके साथ ही आधार फेस ऑथेंटिकेशन में भी रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज हुई है। फरवरी महीने में 12.54 करोड़ लेन-देन हुए हैं, कुल मिलाकर इसकी संख्या 115 करोड़ को पार कर गई है, जब इसे पहली बार शुरू किया गया था। इसकी कुल कुल संख्या में से लगभग 87 करोड़ ऐसे ट्रांजैक्शन अकेले इसी वित्त वर्ष में किए गए हैं।
इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय ने 7 मार्च को जारी एक बयान में कहा कि आधार भारत के डिजिटल परिवर्तन को आगे बढ़ा रहा है, अकेले फरवरी 2025 में लगभग 225 करोड़ प्रमाणीकरण लेन-देन और 43 करोड़ ई-केवाईसी लेन-देन किए गए हैं। मंत्रालय ने कहा कि आधार-आधारित सत्यापन को अपनाने की बढ़ती प्रवृत्ति बैंकिंग, वित्त और अन्य क्षेत्रों में इसकी बढ़ती भूमिका को उजागर करती है, जिससे प्रक्रियाएं अधिक सहज, सुरक्षित और कुशल बनती हैं।
ई-केवाईसी लेन-देन की कुल संख्या 42.89 करोड़
मंत्रालय ने कहा कि फरवरी 2025 के दौरान किए गए ई-केवाईसी लेन-देन की कुल संख्या 42.89 करोड़ है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में लगभग 14 फीसदी अधिक है। आधार ई-केवाईसी सेवा पारदर्शी और बेहतर ग्राहक अनुभव प्रदान करके तथा व्यापार को आसान बनाने में मदद करके बैंकिंग और गैर-बैंकिंग वित्तीय सेवाओं के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
आधार प्रमाणीकरण लेन-देन की कुल संख्या 14,555 करोड़ के पार
मंत्रालय के मुताबिक फरवरी 2025 के अंत तक आधार प्रमाणीकरण लेन-देन की कुल संख्या 14,555 करोड़ को पार कर गई है। इस तरह कुल ई-केवाईसी लेन-देन 2,311 करोड़ से अधिक हो गया है। आधार का उपयोग करके फेस ऑथेंटिकेशन तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, जबकि आधार फेस ऑथेंटिकेशन ट्रांजैक्शन में लगातार अच्छी बढ़ोतरी हो रही है। फरवरी में 12.54 करोड़ आधार फेस ऑथेंटिकेशन ट्रांजैक्शन किए गए हैं। अक्टूबर 2021 में इस ऑथेंटिकेशन मोडैलिटी को पहली बार शुरू किए जाने के बाद से यह अब तक का सबसे अधिक मासिक ट्रांजैक्शन है।
मंत्रालय ने कहा कि अबतक कम से कम 97 संस्थाओं ने फेस ऑथेंटिकेशन का उपयोग करना शुरू कर दिया है। कोटक महिंद्रा प्राइम लिमिटेड, फोनपे, करूर वैश्य बैंक और जेएंडके बैंक नए प्रवेशक हैं, जिन्होंने फेस ऑथेंटिकेशन का उपयोग करना शुरू किया है। इस तरह कुल मिलाकर फेस ऑथेंटिकेशन ट्रांजैक्शन की संख्या 115 करोड़ को पार कर गई है, जब से इसे पहली बार शुरू किया गया था। कुल संख्या में से, लगभग 87 करोड़ ऐसे ट्रांजैक्शन अकेले इसी वित्तीय वर्ष में किए गए।
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फेस ऑथेंटिकेशन का उपयोग
यूआईडीएआई द्वारा विकसित एआई/एमएल आधारित फेस ऑथेंटिकेशन सॉल्यूशन का उपयोग वित्त, बीमा, फिनटेक, स्वास्थ्य और दूरसंचार सहित कई क्षेत्रों में किया जा रहा है। केंद्र और राज्य दोनों ही स्तर पर कई सरकारी विभाग लक्षित लाभार्थियों तक लाभ पहुंचाने के लिए इसका उपयोग कर रहे हैं। फरवरी 2025 के अंत तक आधार प्रमाणीकरण लेनदेन की कुल संख्या 14,555 करोड़ को पार कर गई है। कुल ई-केवाईसी लेनदेन 2,311 करोड़ से अधिक हो गया है।