अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने 20 हजार करोड़ के एफपीओ को वापस लिए जाने के फैसले की वजह बताई है। गौतम अडाणी ने कहा कि मेरे लिए मेरे निवेशकों का हित सबसे ऊपर है, इसलिए निवेशकों को संभावित नुकसान से बचाने के लिए हमने यह निर्णय लिया है।
‘निवेशकों की रक्षा करना ही उद्देश्य’
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने गुरुवार को स्वयं सामने आकर निवेशकों को समझाने का प्रयास किया है। गौतम अडानी ने कहा कि कल बाजार में उतार-चढ़ाव को देखते हुए बोर्ड ने यह फैसला लिया। उन्होंने कहा कि इससे हमारे मौजूदा परिचालनों और भविष्य की योजनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। अडानी ने कहा कि कंपनी का उद्देश्य निवेशकों के हितों की रक्षा करना है। इसलिए एफपीओ से प्राप्त राशि को हम वापस करने जा रहे हैं और इससे जुड़े लेन-देन को खत्म कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि अब तक के सफर में मुझे हितधारकों और निवेशकों का भारी समर्थन मिला है।
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निवेशकों को पैसा मिलेगा वापस
अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने 20 हजार करोड़ रुपए का एफपीओ लाने की योजना रद्द कर दी है। कंपनी बीस हजार करोड़ रुपए के इक्विटी शेयर के एफपीओ के रद्द होने के बाद निवेशकों का पैसा वापस करेगी। कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने एक फरवरी की देर रात यह अहम फैसला लिया। कंपनी ने शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव के कारण यह फैसला लिया है।