पिछले कुछ महीनों से वसूली शब्द ने महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल मचा रखा है। बार मालिकों से 100 करोड़ रुपए की वसूली के आरोप में अनिल देशमुख के गृह मंत्री का पद गंवाने के बाद अब वसूली का एक नया मामला सामने आया है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने ठाकरे सरकार पर ‘वसूली’ का एक और आरोप लगाया है। मनसे नेता संदीप देशपांडे ने आरोप लगाया है कि अब व्यापारियों से वसूली की जा रही है, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि इस वसूली में शामिल कौन है।
नियम का लाभ उठाकर वसूली
फिलहाल मुंबई समेत राज्य के सभी जिलों को कोरोना के चलते लेवल-3 में शामिल किया गया है। इस नियम के अनुसार शाम 4 बजे के बाद दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। आरोप है कि शिवेसना ने इस नियम का फायदा उठाकर वसूली शुरू कर दी है। मनसे नेता संदीप देशपांडे ने ट्वीट कर यह आरोप लगाया है।
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देशपांडे ने ट्वीट में क्या कहा?
मनसे नेता संदीप देशपांडे ने ट्वीट में आरोप लगाया है, ‘पहले बार मालिकों से वसूली, अब व्यापारियों से वसूली…!कोरोना के नाम पर मुंबई में शुरू हुआ नया रिकवरी अभियान…बड़ी दुकान 5000, मध्यम दुकान 2000, छोटी दुकान 1000 रुपए रिकवरी क नया रेट कार्ड!”
आधी वसुली बार मालकांकडून…
आता वसुली व्यापाऱ्यांकडून…!
मुंबईत कोरोनाच्या नावावर नवीन वसुली मोहीम सुरू…..सायंकाळी चार नंतर दुकान सुरू ठेवण्यासाठी मोठे दुकान 5000मध्यम दुकान2000छोटे दुकान1000 वसुली चे नवे रेट कार्ड pic.twitter.com/6rnZUxShkX— Sandeep Deshpande (@SandeepDadarMNS) July 9, 2021
पुलिस पर आरोप?
पुलिस को सरकार द्वारा लगाए गए कोरोना प्रतिबंधों का पालन सुनिश्चित करने का काम सौंपा गया है। इसके लिए शाम 4 बजे के बाद पुलिस की पेट्रोलिंग शुरू हो जाती है। इसी क्रम में समय सीमा खत्म हो जाने के बाद खुली दुकान के मालिकों से कानून का डर दिखाकर वे वसूली करने में जुटे हैं। हालांकि संदीप पांडे ने इस बारे में खुलकर कुछ नहीं कहा है, लेकिन उनके कहने का यही मतलब निकाला जा रहा है।