Dakhil Kharij: घर लेने का सपना आखिर किसे नहीं होता, तो जब आप अपना घर (House) या जमीन (Land) खरीदने के लिए जाते है तो कई सारे पेपर वर्क (Paperwork) होते है जो हमे पूरा करना पड़ता है। जिसकी प्रक्रिया (Process) काफी लंबी होती है। इन् सब में एक नाम आता है दाखिल खारिज (Dakhil Kharij) करने का। यह नाम तो जरूर सुना होगा आपने यदि आप कोई प्रॉपर्टी खरीदने (Buying Property) जा रहे हैं। ऐसे समय में उस प्रॉपर्टी का दाखिल खारिज कराना काफी जरूरी होता है। और अगर आप प्रॉपर्टी का दाखिल खारिज नहीं करवाते तो आप उसका मालिकाना हक (Ownership Rights) नहीं प्राप्त कर सकते।
आपको इसका ध्यान रखना होता है की जब कभी भी आप प्रॉपर्टी रजिस्ट्री करने जाते है तो दाखिल खारिज भी उसी के साथ करवाना बेहद जरुरी होता है। चलिए जानते है आखिर क्यों है दाखिल खारिज करना जरुरी? और इसको न कराने पर आपके साथ क्या हो सकता है?
क्या होता है दाखिल खारिज ?
दाखिल खारिज वो दस्तावेज है जिससे आप ये दावा कर सकते है की ये जमीन आपकी है और इससे आपका होने पर किसी और को आपत्ति नहीं है। इससे ये साबित होता है की प्रॉपर्टी का मालिकाना हक आपके पास है।
दाखिल खारिज करने से आपको क्या फायदे मिलते है ?
1. संपत्ति का स्वामित्व- ये दस्तावेज से ये साबित होता है की आप इसके मलिकाना हकदार है
2. सरकारी मुआवजा प्राप्त करने की अनुमति देता है- ये दस्तावेज के होने से आपको सरकारी मुआवजा मिलता है पर 3. यदि आपके नाम पर नहीं है तोह कोई भी सरकारी मुआवजा आप प्राप्त नहीं कर सकते है।
4. यह जल आपूर्ति और बिजली के लिए महत्वपूर्ण है- दाखिल खारिज होने पर ही आपको बिजली का बिल और जल की आपूर्ति मिल सकती है।
5. संपत्ति कर जुर्माने से बचाता है- आपके दस्तावेज पूर्ण होने पर ही संपत्ति कर जुर्माने से बच सकते है।
क्यों है दाखिल खारिज करना जरुरी और दाखिल खारिज न कराने पर आपके साथ क्या हो सकता है ?
आम भाषा में कहा जाए तो, इस दस्तावेज के होने से सरकारी डाटा में प्रॉपर्टी बेचनेवाले के नाम से खरीदनेवाले के नाम पर ट्रांसफर होता है। और यदि आप दाखिल खारिज नहीं करवाते है तो आपको पड़ सकता है भारी। बिना दस्तावेज के लोगों के साथ अक्सर फ्रॉड हो जाता है और वे फस जाते है। ऐसे मामले देखें गए है की लोगों को एक ही प्रॉपर्टी कई बार बेचे गए है और लोग इसका शिकार हुए है। तो इससे बचने के लिए दाखिल खारिज करवाना बेहद जरुरी होता है।