अमरनाथ यात्रा 11 जुलाई को दोबारा शुरू हो गई। 8 जुलाई को अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की आपदा के बाद यात्रा पर आंशिक रोक लगाई गई थी। श्रद्धालुओं का पहला जत्था सुबह 5 बजे जम्मू बेस कैंप से अमरनाथ के लिए रवाना हुआ।
इस बार श्रद्धालुओं को पंचतरणी रूट से अमरनाथ ले जाया जा रहा है। इसी रूट से श्रद्धालु पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन कर सकेंगे। सीआरपीएफ के जवान रास्ते में श्रद्धालुओं को सुरक्षित आगे बढ़ने में मदद करेंगे।
सीआरपीएफ के डीजी कुलदीप सिंह ने कहा कि अभी हम यह देखने के लिए सभी एहतियाती कदम उठा रहे हैं कि क्या सभी गुमशुदा लोग मिलते हैं या नहीं। पहलगाम और बालटाल में बने बेस कैंप से आगे किसी यात्री को जाने की इजाजत नहीं है।
रेस्क्यू अभियानों में विशेषज्ञ पर्वत प्रशिक्षित बल- भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) अमरनाथ यात्रा-2022 की सुरक्षा ड्यूटी करने के साथ ही यात्रा के दौरान ऊंचाई वाले स्थानों पर जरूरतमंद यात्रियों को ऑक्सीजन सहायता भी प्रदान कर रही है।
आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडेय के अनुसार, 2 जुलाई तक आईटीबीपी ने 50 से अधिक यात्रियों को ऑक्सीजन सहायता प्रदान की, जो ऑक्सीजन की आवश्यकता के कारण बीमार महसूस कर रहे थे।
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