प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने जीरोधा के सह-संस्थापक और पॉडकास्ट एंकर निखिल कामथ (Nikhil Kamath) के साथ अपना पहला पॉडकास्ट (Podcast) किया। इस दौरान उन्होंने तमाम मुद्दों पर खुलकर बात की। बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि एक दिन ऐसा आएगा जब पूरी दुनिया भारतीय वीजा (Indian Visa) के लिए लाइन में खड़ी होगी। पीएम मोदी ने बताया कि एक बार अमेरिका (America) ने उन्हें वीजा देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि ‘एक दिन दुनिया भारतीय वीजा के लिए लाइन में खड़ी होगी।’
आगे बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि एक दिन पूरी दुनिया भारतीय वीजा पाने के लिए लाइन में खड़ी होगी। आज 2025 में मैं इसे होते हुए देख रहा हूं। यह भारत का समय है। पीएम मोदी ने बताया कि कैसे भारत ने पिछले दो दशकों में तकनीकी और प्रशासनिक क्षेत्र में क्रांति ला दी है। भारत ने दिखा दिया है कि कैसे सिर्फ एक मोबाइल से बड़े बदलाव किए जा सकते हैं।
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People with The Prime Minister Shri Narendra Modi | Ep 6 Trailer@narendramodi pic.twitter.com/Vm3IXKPiDR
— Nikhil Kamath (@nikhilkamathcio) January 9, 2025
क्या था अमेरिकी वीजा का विवाद?
दरअसल 2005 में नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, जब अमेरिका ने उन्हें वीजा देने से इनकार कर दिया था। यह मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया था। इस बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उस समय मैंने यह बयान दिया था, जिसमें उन्होंने भारत की बढ़ती ताकत और भविष्य की संभावनाओं पर भरोसा जताया था। उन्होंने कहा था कि भारत को दुनिया में अपनी पहचान बनाने के लिए समय चाहिए और एक दिन ऐसा आएगा जब दुनिया के सामने भारत का कद अलग होगा।
जोखिम उठाने की मेरी क्षमता: पीएम मोदी
निखिल कामथ ने पूछा कि क्या समय के साथ जोखिम लेने की क्षमता बढ़ी है? इस सवाल पर पीएम मोदी ने कहा, मैं कभी भी कम्फर्ट जोन में नहीं रहा और जोखिम उठाने की मेरी क्षमता का अभी पूरी तरह इस्तेमाल नहीं हुआ है। मैं अपने बारे में चिंता नहीं करता। जो अपने बारे में नहीं सोचता, उसके पास जोखिम उठाने की अनगिनत क्षमताएं होती हैं, मेरा मामला भी ऐसा ही है। जोखिम उठाने की मानसिकता एक प्रेरक शक्ति है।
भारत शांति का पक्षधर है
पॉडकास्ट में बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने दुनिया में चल रहे युद्ध को लेकर कहा कि हम तटस्थ नहीं हैं। भारत शांति का पक्षधर है। दुनिया में बढ़ते युद्धों और भारत की भूमिका के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कहा, “हमने हमेशा कहा है कि हम तटस्थ नहीं हैं, बल्कि शांति के पक्षधर हैं।”
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