चीन में कोरोना लगातार कहर बरपा रहा है। अब वहां पर एक और लहर आ गई है, जिसने लाखों लोगों को अपना शिकार बना लिया है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की नींद टूटी है और उन्होंने कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर पहली बार मुंह खोला है। शी जिनपिंग ने माना है कि चीन कोरोना की नई लहर का सामना कर रहा है। शी जिनपिंग ने कहा कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए अब कारगर स्वास्थ्य अभियान चलाने की जरूरत है।
दरअसल, चीन में खुद की बनाई हुई वैक्सीन ‘कोरोनावैक’ ही लोगों को लगाई गई है। हालांकि, यह इतनी कारगर साबित नहीं हुई। इसके अलावा वहां के लोगों का इम्यूनिटी सिस्टम भी इतना मजबूत नहीं है। इसके चलते यहां कोरोना अधिक तेजी से फैल रहा है।
जीरो कोविड पॉलिसी में और ढील
चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों ने कई देशों की चिंता बढ़ा दी है। इस बीच चीन सरकार इस तरह के फैसले ले रही है, जो सबको चौंका रहा है। चीन सरकार ने जीरो कोविड पॉलिसी में और ढील दी है। अब विदेश से चीन आने वाले यात्रियों को क्वारंटाइन में नहीं रहता पड़ेगा। नए नियम आठ जनवरी से लागू हो जाएंगे।
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को अनुमति
चीन में कोरोना से मचे हाहाकार से कई देश चिंतित हैं। लेकिन इस बीच चीन सरकार है कि जहां पाबंदियां लगानी चाहिए, वहां वह और छूट दे रही है। चीन सरकार ने अब सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए अनुमति दे दी है। चीन में कोरोना से पहले जैसे विदेशी यात्री आते थे अब वैसे ही दूसरे देश के यात्री आ सकेंगे। अब उन्हें क्वारंटाइन में भी नहीं रहना पड़ेगा। इसके साथ ही वह सभी जगह घूम भी सकेंगे।
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खुले बाजार और कारखाने
इतना ही नहीं चीनी सरकार कोरोना से हो रही मौतों से बेखौफ होकर सभी दुकानें खोलने का फैसला किया है। कारखानों को भी खोलने का निर्देश दिया गया है। छूट मिलने के बाद कई लोग बाहर निकलें। इस दौरान बीजिंग और शंघाई की मेट्रो ट्रेन में भारी संख्या में लोग यात्रा करते दिखाई दिए। हालांकि इस दौरान सभी यात्री मास्क लगाए हुए थे। चीन सरकार के इस फैसले से ऐसा लग रहा है कि उसे अपने देश की जनता से मतलब नहीं है।