को सम्मानित किया गया है। इसके अलावा, बाल साहित्य पुरस्कार 2021 मृणाल चंद्र कलिता (असमिया) और रत्नेश्वर नार्ज़ारी (बोडो), और साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार 2021 – से अभिजीत बोरा (असमिया) और गौतम दैमारी (बोडो) को सम्मानित किया गया है।
सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार पाने वाले राज्य के सभी साहित्यकारों को असम के राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी ने बधाई दी है। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने भी साहित्य अकादमी पुरस्कार पाने वालों को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
असम के लोग गौरवान्वित
राज्यपाल प्रो. मुखी ने कहा कि उनकी उपलब्धियों ने एक बार फिर साहित्य के क्षेत्र में राज्य की योग्यता को साबित किया है। उन्होंने कहा कि प्रतिष्ठित पुरस्कार असम की विपुल श्रेष्ठता और इसकी समृद्ध साहित्यिक प्रतिभा के प्रमाण हैं, जो किसी भी स्तर तक पहुंच सकते हैं। राज्यपाल ने कहा कि उनके प्रयास ने असम के लोगों को गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि पुरस्कार निश्चित रूप से आने वाले कवियों और लेखकों के मनोबल को राज्य के साहित्यिक संवर्धन में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने के लिए बढ़ावा देंगे।
राज्यपाल ने दी बधाई
पुरस्कार विजेताओं की प्रशंसा करते हुए राज्यपाल ने और अधिक दिल को छू लेने वाली कृतियों की मांग की और उनके भविष्य के प्रयास में शुभकामनाएं दीं।
सीएम सरमा ने कही ये बात
मुख्यमंत्री ने एक शुभकामना संदेश में कहा है कि एक साथ राज्य के छह साहित्यकारों ने देश के विशिष्ट साहित्यिक जगत के सम्मानित स्वीकृति साहित्य अकादमी पुरस्कार अर्जित कर समूचे असमवासियों को गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि इस सफलता के जरिए राज्य के बौद्धिक क्षेत्र को और आगे ले जाने के साथ ही साहित्यसेवी नये साहित्यकारों को सदैव अनुप्राणित करते रहेंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी छह साहित्यकार राज्य के साहित्य क्षेत्र को और समृद्धि करते रहेंगे।