केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि सूडान से भारत आने वाले यात्रियों के लिए मिशन मोड में ट्रांजिट जंगक्चर्स पर आवश्यक क्वारंटीन सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है। अब तक कुल 1,191 यात्री स्वदेश वापस आ चुके हैं, जिनमें से 117 यात्रियों को वर्तमान में क्वारंटीन किया गया है, क्योंकि उन्हें येलो फीवर का टीका नहीं लगा हुआ था। सभी यात्रियों को 7 दिनों के बाद लक्षण रहित पाए जाने पर उनको उनके घर भेज दिया जाएगा।
ऑपरेशन कावेरी के तहत लाए जा रहे भारतीय
सरकार ने कहा है कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ‘ऑपरेशन कावेरी’ के तहत विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर कार्य कर रहा है। भारत सरकार सूडान से भारतीय मूल के लगभग तीन हजार यात्रियों को सुरक्षित स्वदेश वापसी के लिए प्रयासरत है। इन यात्रियों को हवाई अड्डे के स्वास्थ्य अधिकारियों और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की देखभाल में संचालित क्वारंटीन सेंटर्स में मुफ्त भोजन के अलावा किराए से मुक्त आवास सुविधा प्रदान की जा रही है।
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इन स्थानों में की गई क्वारंटीन की व्यवस्था
एमओयू के तहत राज्यों के विभिन्न अस्पतालों के साथ-साथ दिल्ली में केंद्र सरकार के अस्पतालों जैसे सफदरजंग चिकित्सालय में स्थापित किये गए हैं। इसके अतिरिक्त, नजफगढ़ के आरएचटीसी (100 बेड), महरौली के एनआईटीआर (40 बेड) और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (60 बेड) में भी क्वारंटीन करने की व्यवस्था है।
24 अप्रैल को हुई अभियान की शुरुआत
ऑपरेशन कावेरी सूडान में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश वापस लाने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक निकासी अभियान है। ऑपरेशन कावेरी को 24 अप्रैल को शुरू किया गया था। भारतीयों नागरिकों की सूडान से सुरक्षित निकासी को लेकर उचित प्रक्रिया का पालन सुनिश्चित करने के लिए विदेश मंत्रालय, भारतीय वायु सेना और सूडान स्थित भारतीय दूतावास सहित अन्य अधिकारियों की एक टीम बनाई गई है। भारतीय नागरिकों को सूडान के अलग-अलग हिस्सों से राजधानी खार्तूम ले जाया जा रहा है, जहां से उन्हें वापस भारत पहुंचाया जाएगा।
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