दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनियां द्वारा वित्त वर्ष 2022-23 में 5जी मोबाइल सर्विस की शुरुआत होने की संभावना है। केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में यह जानकारी दी।
अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा में केशरी देवी पटेल और कनकमल कटारा के सवाल के लिखित जबाव में कहा कि चालू वित्त वर्ष में 5जी मोबाइल सेवाएं आरंभ किए जाने की संभावना है। संचार मंत्री ने एक अन्य सवाल के जबाव में बताया कि दूरसंचार विभाग ने महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) को ‘सी-डॉट’ के साथ 5जी प्रौद्योगिकी के परीक्षण शुरू करने की अनुमति प्रदान की है।
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ये है सरकार की योजना
5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी की शुरुआत 26 जुलाई से होने वाली है। 5जी की नीलामी में कम से कम 4.3 लाख करोड़ रुपये के कुल 72 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम को नीलामी के लिए रखा जाएगा। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 14 जून, 2022 को इसकी मंजूरी प्रदान की थी। इसके लिए जियो ने 14 हजार करोड़ रुपये, भारती एयरटेल ने 5,500 करोड़ रुपये, अडाणी डेटा नेटवर्क्स ने 100 करोड़ रुपये और वोडाफोन-आइडिया ने बोली के लिए ईएमडी राशि जमा कराया है।