Ayodhya: दक्षिण कोरिया के गारक राजवंश के प्रतिनिधि सहित अस्सी सदस्यीय शिष्ट मंडल अयोध्या में क्वीन हो मेमोरियल पार्क पहुंच कर अपने पूर्वजों को श्रद्धासुमन अर्पित किया। गारक राजवंश के प्रतिनिधि के नेतृत्व में शिष्टमंडल ने प्रभु श्रीराम मंदिर के दर्शन किये और पावन स्थलों का दर्शन-भ्रमण करते हुए सरयू आरती भी देखी। इस दौरान सरयू घाट पर लेजर शो देखकर शिष्टमंडल आनन्दित हो उठा।
दक्षिण कोरिया की प्राचीन किंवदंती
उप्र पर्यटन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दक्षिण कोरिया की प्राचीन किंवदंतियों में करीब दो हजार वर्ष पूर्व अयोध्या की राजकुमारी सुरीरत्ना ने कोरिया के राजा किम सुरो से विवाह किया था। गया राजवंश की संस्थापक राजा से शादी के बाद राजकुमारी सुरीरत्ना रानी हियो ह्वांग-ओक के नाम से जानी गई। हियो ह्वांग-ओक को गारक राजवंश की संस्थापक माना जाता है।
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अयोध्या को मानते हैं अपना ननिहाल
दक्षिण कोरिया के लोग अयोध्या को अपना ननिहाल मानते हैं। इस ऐतिहासिक सम्बंध के प्रतीक के रूप में अयोध्या में रानी का एक स्मारक पार्क भी स्थापित किया गया है। दोनों देशों के बीच स्मारक पार्क सांस्कृतिक संबंधों को और प्रगाढ़ करता है। दक्षिण कोरिया राजवंश की यह 72वीं पीढ़ी है। राजवंश के सदस्य हर दौर में अपने जड़ से लगाव को प्रदर्शित करते रहे हैं।