कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन को कम खतरनाक माना जा रहा है। इसका कारण यह है कि अभी तक के अध्ययन में यह साबित हो गया है कि यह डेल्टा से कम जानलेवा है लेकिन अब यह भी पता चला है कि जिन लोगों ने टीका नहीं लिया है, उनके लिए ओमिक्रोन भी काफी खतरनाक साबित हो सकता है।
मुंबई के आंकड़ों से यह खुलासा हुआ है। मुंबई में जिन संक्रमितों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखे जाने की जरुरत पड़ रही है, उनमें से अधिकांश ऐसे ही लोग हैं, जिन्होंने कोरोना रोधी टीका नहीं लिया है।
अध्ययन में हुआ खुलासा
6 जनवरी तक के आंकड़ों का अध्ययन यह बताता है कि ऑक्सीजन बेड पर भर्ती कोरोना मरीजों में से 96 प्रतिशत ऐसे ही हैं, जिन्होंने कोरोना का टीका नहीं लिया है। मुंबई महानगरपालिका आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि शहर में ऑक्सीजन बेड पर भर्ती कुल 1900 कोरोना मरीजों में से 96 प्रतिशत ने कोरोना रोधी टीका नहीं लिया है।