इसलिए चीनियों की भारत में नो एंट्री!

भारत ने अपनी सभी एयरलाइंस को चीनी नागरिकों की भारत यात्रा पर बैन लगाने का आदेश दिया है। हालांकि यह आदेश अनौपचारिक है लेकिन इसे चीन को करारा जवाब के रुप में देखा जा रहा है। चीन ने 5 नवंबर 2020 को भारतीय यात्रियों के लिए इस तरह के आदेश जारी किए थे।

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भारत और चीन के बीच तनाव खत्म होता नहीं नजर आ रहा है। इस बीच भारत ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए चीन पर जैसा को तैसा कहावत चरितार्थ करते हुए एक बड़ी कार्रवाई की है। भारत ने अपनी सभी एयरलाइंस को चीनी नागरिकों की भारत यात्रा पर बैन लगाने का आदेश दिया है। हालांकि यह आदेश अनौपचारिक है लेकिन इसे चीन को करारा जवाब के रुप में देखा जा रहा है। चीन ने 5 नवंबर 2020 को भारतीय यात्रियों के लिए इस तरह के आदेश जारी किए थे।

एयर बबल का फायदा उठा रहे हैं चीनी
मौजूदा समय में दोनों देशों के बीच उड़ान निलंबित हैं, लेकिन मिली जानकारी के अनुसार चीनी यात्री एयर बबल का फायदा उठाते हुए भारत पहुच जाते हैं। दरअस्ल कोरोना काल में विश्व का कारोबार सही तरीके से हो सके, इसके लिए कई कदम उठाए गए हैं। इसी में से एक है, एयर बबल का बनाया जाना। इसके तहत भारत ने भी कई देशों के साथ एयर बबल बनाया है। इसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा के साथ ही अब मालदीव को भी शामिल किया गया है।

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क्या है एयर बबल?
एयर बबल दो देशों के बीच एक समझौता है, जिसमें उन देशों की एयरलाइंस कुछ नियमों पर अमल करते हुए उड़ान भर सकती हैं। यह टर्म कोरोना काल में गढा गया है। इसे ट्रैवल बबल भी कहते हैं। इसी का फायदा उठाते हुए चीनी नागरिक व्यापार और अन्य कामों के लिए भारत आ जते हैं।

एयरलाइंस को आदेश
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछले हफ्ते भारतीय और विदेशी दोनों एयरलाइंस को विशेष रुप से कहा गया है कि वे चीनी नागरिकों को भारत में ना भेजें। बता दें कि भारत में फिलहाल पर्यटक विजा पर रोक लगा दी गई है। लेकिन विदेशियों को काम और कुछ गैर-पर्यटक विजा की अन्य श्रेणियो पर यात्रा करने की अनुमति दी गई है। मिली जानकारी के अनुसार ज्यादातर चीनी नागरिक यूरोप होते हुए भारत आते हैं।

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अधिकारियों ने लिखित में मांगा
इस बारे में एयरलाइनों को अधिकारियों ने लिखित में देने को कहा है, ताकि वे भारत के लिए उड़ान भरने के लिए बुक किए गए चीनी नागरिकों को मौजूदा मानदंडों के अनुसार मना करने का कारण बता सकें। भारत की ओर से यह प्रतिक्रिया तब आई है, जब कई भारतीय मछुआरे विभिन्न चीनी बंदरगाहों पर फंसे हुए हैं। चीन उन्हें किनारे पर या यहां तक कि चालक दल को बदलने की अनुमति देने से इनकार कर रहा है। इससे लगभग डेढ़ हजार भारतीय प्रभावित हुए हैं। वे अपने घर वापस नहीं आ पा रहे हैं।

चीन ने नवंबर में लगाया था बैन
नवंबर 2020 के पहले हफ्ते में चीन ने महामारी के कारण भारत समेत कई देशों के वैध चीनी वीजा या निवास परमिट रखने वाले विदेशी नागरिकों के प्रवेश को निलंबित कर दिया था। चीनी दूतावास ने 5 नवंबर को अपनी वेबसाइट पर इस बारे में आदेश जारी किया था।

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