Bandipora Kashmir​: कश्मीर की खूबसूरत धरोहर और प्राकृतिक सौंदर्य का संगम है बांदीपोरा

एशिया की सबसे बड़ी मीठे पानी की झीलों (Asia's largest freshwater lakes) में से एक वुलर झील (Wular Lake) के किनारे बसे इस जिले को कश्मीर का एक अनमोल रत्न माना जाता है।

35

Bandipora Kashmir​: जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) के उत्तरी हिस्से में स्थित बांदीपोरा (Bandipora), अपनी प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।

एशिया की सबसे बड़ी मीठे पानी की झीलों (Asia’s largest freshwater lakes) में से एक वुलर झील (Wular Lake) के किनारे बसे इस जिले को कश्मीर का एक अनमोल रत्न माना जाता है।

यह भी पढ़ें- IPL mega auction: फाफ दिल्ली में शामिल, केकेआर ने पॉवेल को खरीदा; इन दिग्गज खिलाड़ियों को नहीं मिला खरीदार

प्राकृतिक सुंदरता का खजाना
बांदीपोरा अपनी अद्भुत प्राकृतिक छटा के लिए जाना जाता है। वुलर झील यहां का मुख्य आकर्षण है, जो अपनी शांति, आसपास की हरियाली और बर्फ से ढकी पहाड़ियों के लिए जानी जाती है। यह झील न केवल एक महत्वपूर्ण पारिस्थितिक तंत्र है, बल्कि पक्षी प्रेमियों और प्रकृति प्रेमियों के लिए भी स्वर्ग । बांदीपोरा के घने जंगल और हरे-भरे घास के मैदान, जैसे अरिन और अथवातू, रोमांच प्रेमियों के लिए आदर्श स्थल हैं। यहां ट्रेकिंग और कैंपिंग का आनंद लेने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।

यह भी पढ़ें- Sub Junior Girls Wrestling Competition: कुश्ती प्रतियोगिता में छाई बेटियां, मुरादाबाद की इन बेटियों ने झटके चार गोल्ड

शिक्षा और विद्वता का केंद्र
बांदीपोरा को कभी “विद्वानों का शहर” कहा जाता था। यह शहर इस्लामी शिक्षा और परंपरागत ज्ञान का प्रमुख केंद्र रहा है। आज भी, यह आधुनिक और पारंपरिक शिक्षा के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाए हुए है।

यह भी पढ़ें- Banganga temple​: बाणगंगा टैंक के बारे में रोचक तथ्य जानने के लिए पढ़ें

केसर और हस्तशिल्प के लिए प्रसिद्ध
बांदीपोरा के आस-पास के इलाके उच्च गुणवत्ता वाले केसर उत्पादन के लिए प्रसिद्ध हैं। इसके अलावा, यह जिला कश्मीरी हस्तशिल्प, जैसे हाथ से बुने गए कालीन और बारीक कढ़ाई वाले पश्मीना शॉल के लिए भी जाना जाता है, जो दुनिया भर में मशहूर हैं।

यह भी पढ़ें- Dhirendra Shastri Yatra: हिन्दू राष्ट्र की मांगपर मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री का बड़ा बयान, ‘किसी को कोई आपत्ति नहीं…’

ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल
बांदीपोरा में कई ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल हैं, जो इसकी सांस्कृतिक विविधता को दर्शाते हैं। अलूसा दरगाह और चिट्टनार के प्राचीन मंदिर, जिले की धार्मिक विविधता और ऐतिहासिक समृद्धि का प्रमाण हैं।

यह भी पढ़ें- Border-Gavaskar Trophy: पर्थ टेस्ट में भारत की ऐतिहासिक जीत, ऑस्ट्रेलिया को 295 रन से हराया! इन खिलाड़ियों का दिखा दबदबा

साहसिक पर्यटन का प्रवेश द्वार
यह जिला प्रसिद्ध गुरेज घाटी का प्रवेश द्वार है। हिमालय की गोद में बसी यह घाटी अपनी अनछुई सुंदरता, पारंपरिक लकड़ी के घरों और अनोखी दार्द-शिना संस्कृति के लिए जानी जाती है।

यह भी पढ़ें- Delhi Assembly Elections: भाजपा ने केजरीवाल के खिलाफ तैयार किया आरोप पत्र, जानिये किन मुद्दों पर है घेरने की तैयारी

प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहर और सांस्कृतिक विविधता का अद्भुत संगम बांदीपोरा को जम्मू-कश्मीर के सबसे खास जिलों में से एक बनाता है। वुलर झील की शांति से लेकर गुरेज घाटी के रोमांच तक, यह जिला हर तरह के यात्रियों के लिए कुछ खास पेश करता है। बांदीपोरा न केवल कश्मीर की सुंदरता का प्रतीक है, बल्कि यह बताता है कि क्यों कश्मीर को “धरती का स्वर्ग” कहा जाता है।

यह वीडियो भी देखें-

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.